बेंगलुरु, एक अगस्त (भाषा) बेंगलुरु में स्कूल के एक छात्र के अपहरण और फिर उसकी हत्या किए जाने के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए कथित रूप से भागने का प्रयास कर रहे गुरुमूर्ति (27) और गोपालकृष्ण (25) ने बिलवरदहल्ली रोड के पास पुलिस दल पर धारदार हथियारों से हमला किया, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में उनके पैरों में गोली मारी।
इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। घायल पुलिस कर्मियों और आरोपियों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रारंभिक जांच के हवाले से बताया कि आरोपियों ने 13 वर्षीय बच्चे निश्चित के माता-पिता से कथित तौर पर पांच लाख रुपये फिरौती की मांग की थी और इसके बाद बच्चे का गला रेतकर उसे आग के हवाले कर दिया था।
पुलिस ने बताया कि 30 जुलाई को निश्चित के माता-पिता ने रात साढ़े 10 बजे हुलीमावु थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनका बेटा लापता हो गया है।
पुलिस के अनुसार, निजी कॉलेज के एक प्रोफेसर (लड़के के पिता) ने शिकायत में कहा कि उनका बेटा शाम पांच बजे साइकिल से ट्यूशन के लिए घर से निकला था, लेकिन रात आठ बजे तक वापस नहीं लौटा। जब उन्होंने उसके ट्यूशन टीचर से पूछताछ की, तो उन्हें बताया गया कि लड़का शाम साढ़े सात बजे वहां से निकल गया था।
बाद में उनके बेटे की साइकिल अरेकेरे में एक पार्क के पास खड़ी मिली। बृहस्पतिवार को लड़के का जला हुआ शव शहर के बाहरी इलाके में बन्नेरघट्टा रोड पर एक सुनसान इलाके में पाया गया।
तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को काग्गलीपुरा रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि बाद में, जब आरोपियों ने पुलिस उप निरीक्षक अरविंदकुमार पर हमला किया, तो उन्होंने आत्मरक्षा में दो बार गोलियां चलाई जो गुरुमूर्ति के दोनों पैर में लगीं।
अधिकारी ने बताया कि गोपालकृष्ण ने पुलिस निरीक्षक कुमारस्वामी बी जी पर खंजर से हमला किया तो आत्मरक्षा में उन्होंने आरोपी के दाहिने पैर पर गोली चला दी।
भाषा यासिर शोभना
शोभना