(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह आपदा प्रबंधन को लेकर एक ‘फील्ड-लेवल मॉक ड्रिल’ किया गया। यह अभ्यास 11 जिलों के 55 स्थानों पर एक साथ किया गया, जिसमें कई एजेंसियों ने हिस्सा लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, इस ‘मॉक ड्रिल’ की शुरुआत एक नकली भूकंप की स्थिति बनाकर की गई। इसके बाद औद्योगिक और परिवहन क्षेत्रों में रासायनिक रिसाव के परिदृश्य को शामिल किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय की तैयारियों की जांच करना था।
अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में एक साथ किया गया।
इस दौरान अग्निशमन सेवा, पुलिस और राजस्व विभाग सहित विभिन्न एजेंसियों के बड़ी संख्या में कर्मियों ने रमेश नगर मेट्रो स्टेशन, मदर इंटरनेशनल स्कूल और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल जैसे स्थानों पर बचाव एवं राहत अभ्यास में भाग लिया।
आरएमएल अस्पताल में भूकंप और औद्योगिक दुर्घटना की स्थिति में आपातकालीन प्रतिक्रिया स्थिति की तैयारियों का अभ्यास कराया गया। मदर इंटरनेशनल स्कूल में, भूकंप के संकेत मिलने पर गैस और बिजली कनेक्शन काटने तथा बचाव का अभ्यास कराया गया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने भारतीय सेना तथा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों के सहयोग से ‘अभ्यास सुरक्षा चक्र’ का आयोजन किया, जो एक ‘फील्ड-लेवल मॉक ड्रिल’ के साथ समाप्त हुआ।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने एक बयान में कहा कि भूकंप और औद्योगिक रासायनिक आपदा की स्थिति में दिल्ली-एनसीआर की तैयारियों की जांच के लिए आयोजित इस ‘मॉक ड्रिल’ के समन्वय की जिम्मेदारी उसकी प्रमुख एजेंसी के रूप में डीडीएमए निभा रहा है।
भाषा योगेश सुरेश
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