नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावे पर कि उनकी पार्टी के पास चुनावी गड़बड़ियों को साबित करने के लिए ‘परमाणु बम’ जैसा सबूत है, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा कि उन्हें “बम की तरह फटने” के बजाय “पानी की तरह बहना” चाहिए।
सत्तारूढ़ पार्टी ने निर्वाचन आयोग को निशाना बनाने के लिए “अलोकतांत्रिक और अशोभनीय” भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भी राहुल पर तीखा प्रहार किया।
उसने कहा, “अगर वे बम धमाका करेंगे, तो हम संविधान को बचाएंगे।”
भाजपा की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता के उस दावे के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के पास निर्वाचन आयोग की ओर से की गई कथित चुनावी गड़बड़ियों के “स्पष्ट और निर्णायक” सबूत हैं। राहुल ने इन सबूतों की तुलना ‘परमाणु बम’ से करते हुए कहा था कि जब यह फटेगा, तो निर्वाचन आयोग के पास छिपने की कोई जगह नहीं बचेगी।
कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा, “क्या राहुल गांधी बम की तरह फटेंगे? आपको क्या लगता है? उनका काम तो फटना है। उनके पास और कोई काम नहीं है।”
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ऐसी बातें इसलिए करता है, क्योंकि उसे लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।
पात्रा ने यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, “जरा सोचिए यह कैसी भाषा है : मेरे (राहुल गांधी) पास निर्वाचन आयोग के खिलाफ (‘वोट चोरी’ में शामिल होने के) सबूतों का ‘एटम बम’ है!”
उन्होंने कहा, “आप (राहुल गांधी) कहते कि ‘मैं निर्वाचन आयोग के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख करूंगा’ या ‘मैं इसके खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करूंगा’, लेकिन ‘बम फोड़ने की बात?’ (राहुल गांधी की) भाषा ही अलोकतांत्रिक और अपमानजनक है।”
पात्रा ने कहा कि राहुल ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उससे पता चलता है कि “ये लोग बम की तरह फटना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम वो लोग हैं, जिनकी लोकतंत्र में आस्था है। अगर वे ‘परमाणु बम’ फोड़ेंगे, तो हम संविधान की रक्षा करेंगे।”
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल शुरू से ही धमकी भरे लहजे में बोलते आए हैं और उन्होंने किसी को भी नहीं बख्शा है।
उन्होंने कहा, “वह एक हाथ जेब में डालकर हमेशा धमकी भरे लहजे में बात करते हैं। हिंदी फिल्मों की तरह, जहां खलनायक हमेशा एक हाथ जेब में रखता है और कहता है, ‘मैं बम की तरह फटूंगा, मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं’, वह (राहुल) भी ऐसा ही करते रहते हैं।”
पात्रा ने कहा, “यह सही नहीं है। लोकतंत्र में किसी नेता को यह शोभा नहीं देता, खासकर जब आप विपक्ष के नेता हों।”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को बम की तरह फटना शोभा नहीं देता। आपको ठंडे पानी की तरह बहना चाहिए। बम की तरह मत फटिए।”
भाषा पारुल दिलीप
दिलीप