नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) जर्मन एक्सपोर्ट फाइनेंस बैंक ने भारतीय बायोगैस उद्यम सीईएफ ग्रुप को इक्विटी और ऋण वित्तपोषण के रूप में 3.8 करोड़ यूरो दिए हैं। सीईएफ ग्रुप एक भारतीय स्वच्छ प्रौद्योगिकी कंपनी है, जो कचरे को कॉम्प्रेस्ड बायोगैस में बदलती है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इस वित्तपोषण से दो कॉम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्रों के निर्माण में मदद मिलेगी। सीईएफ ग्रुप की देश में 22 ऐसे संयंत्र बनाने की व्यापक योजना है।
कंपनी कृषि, कृषि-औद्योगिक और नगरपालिका के कचरे को स्वच्छ ईंधन में बदलती है।
वर्ष 2018 में स्थापित सीईएफ ग्रुप भारत की एसएटीएटी (सस्ते परिवहन के लिए टिकाऊ विकल्प) योजना के तहत काम करती है, जिसका मकसद निजी क्षेत्र की भागीदारी के जरिये जीवाश्म ईंधन के स्वच्छ विकल्प के रूप में सीबीजी को बढ़ावा देना है।
सीईएफ समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और संस्थापक मनिंदर सिंह ने एक बयान में कहा, ”हम केवल बायोगैस संयंत्र ही नहीं बना रहे हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त बना रहे हैं, ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत को एक चक्रीय यानी संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग वाली अर्थव्यवस्था बनाने की ओर आगे बढ़ा रहे हैं।”
भाषा पाण्डेय रमण
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