छत्रपति संभाजीनगर, एक अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले में पुलिस ने एक जाली मुद्रा गिरोह का भंडाफोड़ करने के बाद एक अंतर-जिला गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर 59.50 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त किए हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सात आरोपियों में से दो को पश्चिमी महाराष्ट्र के अहिल्यानगर से और बाकी को राज्य के मध्य मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड और छत्रपति संभाजीनगर जिलों से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का एक अन्य साथी फरार है।
उन्होंने बताया कि 27 जुलाई से अब तक विभिन्न स्थानों से जाली नोटों की जब्ती और गिरफ्तारियां की गई हैं।
अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने 27 जुलाई को अहिल्यानगर जिले के नगर तालुका थाने के अंबिलवाड़ी इलाके में संदिग्ध रूप से घूम रहे दो लोगों को पकड़ा और उनके पास से 500 रुपये के 80,000 रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त करने के बाद मामला दर्ज किया।
निखिल शिवाजी गंगर्डे (27) और सोमनाथ शिंदे (25) नामक दो लोगों को नकली नोटों से सिगरेट खरीदते समय पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि उनकी कार की तलाशी लेने पर और नकली नोट बरामद हुए और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद अहिल्यानगर पुलिस ने गिरोह के पांच और सदस्यों- प्रदीप कापरे (28, बीड), मंगेश शिरसाथ (40), विनोद अर्बत (53), अनिल पवार (34) और आकाश बंसोडे (27) को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि ये सभी छत्रपति संभाजीनगर के रहने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि इनका साथी अहिल्यानगर निवासी अंबादास सासाने फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से 59.50 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त किए हैं। इसके अलावा जाली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला 2.16 करोड़ रुपये मूल्य का उच्च गुणवत्ता वाला कागज और स्याही भी जब्त की गई है।
अहिल्यानगर तालुका थाने के सहायक निरीक्षक प्रहलाद गीते ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘छत्रपति संभाजीनगर से गिरफ्तार किए गए लोग जाली नोट बनाने में संलिप्त थे। बीड से गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने बिचौलिए की भूमिका निभाई और इन नोटों के लिए ग्राहक लाया।’
उन्होंने बताया कि आगे की जांच जारी है।
भाषा
शुभम प्रशांत
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