लातूर, एक अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर जिले में एचआईवी संक्रमित बच्चों के आश्रय गृह में 17 वर्षीय एक लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किए जाने की घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों के आदेश के बावजूद यहां रहने वाले बच्चों ने यहां से स्थानांतरित होने से मना कर दिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, 25 जुलाई को एचआईवी संक्रमित लड़की ने अपने पैतृक गांव धाराशिव के ढोकी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि आश्रय गृह – सेवालय में दो साल तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया और अन्य प्रकार से दुर्व्यवहार किया गया। इसके बाद भारतीय न्याय संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे औसा स्थानांतरित कर दिया गया।
जांच के बाद सेवालय के संस्थापक रवि बापटले, अधीक्षक रचना बापटले, कर्मचारी रानी वाघमारे, पूजा वाघमारे और अमित वाघमारे को गिरफ्तार कर लिया गया, जो सभी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
यहां एक अधिकारी ने कहा, ‘‘29 जुलाई को जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की एक टीम ने सेवालय का दौरा किया। उन्होंने सुझाव दिया कि बच्चों को बीड और सोलापुर के अन्य सरकारी सुविधा केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया जाए। सेवालय में मौजूद 75 बच्चों में से 40 को स्थानांतरित करने के लिए एक नोटिस भी जारी किया गया।’’
जिला महिला एवं विकास विभाग के अधिकारी संदीप यादव ने कहा, ‘‘लेकिन, बच्चों ने यह कहते हुए जाने से इनकार कर दिया कि उन्हें सेवालय में सभी सुविधाएं मिल रही हैं। इस मुद्दे पर आगे का फैसला लातूर बाल कल्याण समिति द्वारा लिया जाएगा।’’
भाषा यासिर नेत्रपाल
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