नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने 2018-2021 के दौरान एक्सिस म्यूचुअल फंड के शेयर सौदों में ‘फ्रंट-रनिंग’ की जांच के लिए धन शोधन का एक मुकदमा दर्ज किया और कई शहरों में तलाशी ली है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
‘फ्रंट-रनिंग’ शेयर बाजार में एक अनैतिक और अवैध गतिविधियां है, जिसमें ब्रोकर या कारोबारी बाजार में होने वाले किसी बड़े सौदे की अग्रिम जानकारी हासिल करके उसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते हैं। इससे दूसरे निवेशकों को नुकसान होता है।
जांच के दायरे में एक्सिस म्यूचुअल फंड के पूर्व मुख्य कारोबारी और कोष प्रबंधक वीरेश जोशी की भूमिका शामिल है।
ईडी इस मामले की जांच विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के नागरिक प्रावधानों के तहत कर रहा है। आयकर विभाग ने 2022 में इस मामले में छापे मारे थे।
सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी की तलाशी दिल्ली, अहमदाबाद, भावनगर, भुज, गुरुग्राम, कोलकाता और लुधियाना में हुई।
धन शोधन का यह मामला मुंबई पुलिस की दिसंबर 2024 की एक प्राथमिकी से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जोशी ने एक्सिस म्यूचुअल फंड की ओर से किए जाने वाले सौदों की गोपनीय जानकारी का गलत इस्तेमाल किया, ताकि शेयरों में पहले से ही कारोबार करके भारी अवैध लाभ कमाया जा सके।
भाषा पाण्डेय रमण
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