नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कहा कि एक लाख करोड़ रुपये के कोष से भारत की संप्रभु प्रौद्योगिकी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
सिंह यहां ‘भारत के डिजिटल परिवर्तन के लिए संप्रभु प्रौद्योगिकी’ विषय पर एक एसोचैम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने निजी क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बदलने के लिए महत्वाकांक्षी अनुसंधान, विकास और नवाचार (आरडीआई) योजना शुरू की है।
सिंह ने कहा कि यह योजना महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और परिवर्तनकारी परियोजनाओं को समर्थन देने के लिए दीर्घकालिक, कम ब्याज दर वाले ऋण और जोखिम पूंजी प्रदान करेगी।
सिंह ने कहा कि इस योजना का संचालन अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) द्वारा किया जाएगा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा इसका क्रियान्वयन किया जाएगा।
सिंह ने कहा, ‘हम उद्योग जगत से अपील करते हैं कि वे आगे आएं और सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए अवसरों का लाभ उठाएं। भारत का तकनीकी प्रभाव बढ़ रहा है और दुनिया इस पर नज़र रख रही है।’
भाषा अविनाश पवनेश
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