नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने और पार्टी के वोट बैंक को खुश करने के लिए 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में ‘‘भगवा आतंकवाद’’ का पहलू जोड़ने की कोशिश की।
भाजपा के इस आरोप से एक दिन पहले, पूर्व पुलिस अधिकारी महबूब मुजावर ने दावा किया था कि उन्हें मामले में ‘‘भगवा आतंकवाद’’ पहलू स्थापित करने के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था। मुजावर
मालेगांव विस्फोट मामले की जांच करने वाले महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) का हिस्सा थे।
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा अपने शासनकाल में ‘‘भगवा आतंकवाद’’ का विमर्श गढ़ने का प्रयास मुंबई की एक अदालत द्वारा विस्फोट मामले के सभी आरोपियों को बरी करने के बाद नाकाम हो गया।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन महबूब मुजावर ने जो खुलासा किया है वह चौंकाने वाला है। उन्होंने खुलासा किया है कि एटीएस प्रमुख के पद पर कार्यरत उच्च पदस्थ अधिकारी और संप्रग सरकार के कुछ बड़े लोगों ने उन पर भगवा आतंकवाद के विमर्श को आगे बढ़ाने के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को किसी भी कीमत पर गिरफ्तार करने का दबाव डाला था। उन्हें भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया था, जबकि उनका नाम आरोपपत्र में नहीं था।’’
पात्रा ने कहा कि मुजावर के दावे से स्पष्ट होता है कि कांग्रेस ने भाजपा, हिंदुओं और आरएसएस में उच्च पदों पर आसीन लोगों के प्रति किस तरह प्रतिशोधात्मक रवैया अपनाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गांधी परिवार के इशारे पर हिंदुओं को ‘‘अपमानित’’ करने के लिए भगवा आतंकवाद का विमर्श बनाने की कोशिश की।
भाषा अविनाश नेत्रपाल
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