नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) सरकार ने शुक्रवार को संसद को बताया कि अमेरिका ने 2025 में अब तक 141 महिलाओं सहित 1,703 भारतीय नागरिकों को निर्वासित किया है।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा को यह भी बताया कि पिछले पांच वर्ष (2020 से 2024) में अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों की संख्या 5,541 थी।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्ष (2020 से 2024) में ब्रिटेन से निर्वासित भारतीय नागरिकों की संख्या 311 है तथा 2025 (आज तक) में ब्रिटेन से निर्वासित भारतीयों की संख्या 131 है।
मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तविक संख्याएं दो कारणों से भिन्न हो सकती हैं। वैध यात्रा दस्तावेज रखने वाले अवैध भारतीय प्रवासियों को ब्रिटेन सरकार सीधे निर्वासित कर देती है। इसके अलावा, अवैध भारतीय प्रवासियों को जारी किए गए आपातकालीन यात्रा दस्तावेजों (ईटीडी) का पूरा उपयोग नहीं हो पाता क्योंकि वे अपने निर्वासन के खिलाफ अपील कर सकते हैं।’’
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की सांसद कनिमोई ने विदेश मंत्रालय को एक प्रश्न में पूछा कि क्या सरकार ने जनवरी 2025 से अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों का आंकड़ा रखा है।
अपने जवाब में सिंह ने निर्वासित लोगों के राज्यवार आंकड़े भी साझा किए। आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि (20 जनवरी से 22 जुलाई, 2025) में निर्वासित 1,703 भारतीय नागरिकों में से 620 पंजाब के, 604 हरियाणा के, 245 गुजरात के और 10 जम्मू कश्मीर के थे, जबकि छह को ‘‘अज्ञात’’ राज्य की श्रेणी में रखा गया है।
कनिमोई ने इन भारतीय नागरिकों के लिए इस्तेमाल किए गए निर्वासन के तरीकों के बारे में भी पूछा था।
उन्होंने कहा, ‘‘20 जनवरी से 22 जुलाई, 2025 के बीच कुल 1,703 भारतीय नागरिकों को अमेरिका सरकार द्वारा भारत निर्वासित किया गया। इनमें 1,562 पुरुष और 141 महिलाएं थीं।’’
सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इन 1,703 भारतीय नागरिकों में से 333 को फरवरी में अमेरिकी सैन्य विमानों के माध्यम से, 231 को मार्च में अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन के प्रवर्तन एवं निष्कासन संचालन द्वारा संचालित चार्टर उड़ानों के माध्यम से और 300 को जुलाई में गृह मंत्रालय (डीएचएस) की चार्टर उड़ानों के माध्यम से निर्वासित किया गया था।
भाषा सुरभि नेत्रपाल
नेत्रपाल