जयपुर शहर बीजेपी की कार्यकारिणी की एक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पार्टी के भीतर बहस छिड़ गई। यह विवाद इतना बढ़ा कि शहर अध्यक्ष अमित गोयल को सामने आकर स्पष्टीकरण देना पड़ा। उन्होंने इस लिस्ट को कंप्यूटर ऑपरेटर की मानवीय त्रुटि बताया।
दरअसल, अमित गोयल के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से बीजेपी की प्रस्तावित टीम की सूची साझा कर सदस्यों को बधाई दी गई थी। लेकिन लिस्ट में न सिर्फ पदाधिकारियों के नाम थे, बल्कि उसमें राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों की सिफारिशों का उल्लेख भी किया गया था। यह असामान्य था, क्योंकि आमतौर पर कार्यकारिणी की लिस्ट में केवल नाम और पद का उल्लेख होता है। यही बात कई कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष का कारण बनी और विरोध के स्वर तेज़ हो गए।
विवाद बढ़ने के कुछ समय बाद ही यह सूची सोशल मीडिया से हटा ली गई। इस पर अमित गोयल ने सफाई देते हुए कहा, “कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा प्रस्तावित कार्यकारिणी की कॉपी मानवीय भूलवश पोस्ट कर दी गई थी। जयपुर शहर की कार्यकारिणी को विधिवत रूप से कुछ समय बाद घोषित किया जाएगा।”
हालांकि जब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अमित गोयल से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
वायरल लिस्ट में शामिल थे ये नाम
प्रस्तावित कार्यकारिणी में कुल 34 पदाधिकारी थे, जिनमें 8 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 9 मंत्री, 1 कार्यालय मंत्री, 1 कार्यालय प्रभारी, 6 प्रवक्ता, 1 आईटी संयोजक, 1 आईटी सह संयोजक, 1 सोशल मीडिया संयोजक, 1 सोशल मीडिया सह संयोजक, 1 प्रकोष्ठ संयोजक और 1 मीडिया सह संयोजक शामिल थे।
उपाध्यक्ष पद पर ब्रह्माकुमार सोनी, राजेश तांबी, अनुराग शर्मा, अजय यादव, शैलेंद्र शर्मा, महेंद्र सिंह पवार, सुरेंद्र पूर्ववंशी और सुरेश गुर्जर के नाम थे।
महामंत्री के तौर पर नवरत्न नारानियाँ, रेखा राठौड़ और हिरेन मिश्रा का नाम सामने आया।
जबकि संगठन मंत्री पद पर कृष्ण मुरारी पारीक, जीआर मीणा, अंजना सेन, निर्मल शर्मा, दुर्गा कटारिया, प्रिया गेनानानी, रश्मि सैनी, नीलू शर्मा और भवानी शर्मा की नियुक्ति प्रस्तावित थी।
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