राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ सुजानगढ़ में ट्रक, माइनिंग और क्रेशर व्यवसायियों का धरना छठे दिन भी जारी रहा। डीटीओ ऑफिस के सामने चल रहे इस आंदोलन की वजह से कार्यालय के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
बीती रात चूरू से सांसद राहुल कस्वां और रतनगढ़ से विधायक पूसाराम गोदारा ने धरना स्थल पर पहुँचकर आंदोलनकारियों को समर्थन दिया। उन्होंने सरकार से मांग की कि गाड़ियों की आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) को तत्काल प्रभाव से बहाल किया जाए और ई-रवन्ना माफ की जाए।
सांसद की चेतावनी: सरकार को सद्बुद्धि मिले या फिर जाना पड़ेगा
सांसद राहुल कस्वां ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, यदि राजस्थान सरकार ने जनता की तकलीफ नहीं समझी, तो सरकार को जाने में भी देर नहीं लगेगी।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि तीन साल पुराना डेटा उठाकर पेनल्टी थोपना जनता के साथ अन्याय है। “सरकार और अधिकारी आखिर साबित क्या करना चाह रहे हैं?” उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को वे संसद में उठाएंगे ताकि स्थायी समाधान निकल सके।
चूरू में एक ही व्यवसाय, वह भी बंद करने की कोशिश
कस्वां ने आगे कहा, चूरू ज़िले में ट्रांसपोर्ट, माइनिंग और क्रेशर एकमात्र प्रमुख व्यवसाय हैं। सरकार यदि इस पर भी रोक लगाएगी, तो आम लोगों की आजीविका पर संकट आ जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे जनहित को समझें और अव्यवहारिक आदेशों को तुरंत वापस लें।
ट्रक यूनियन की चेतावनी: मांगे नहीं मानीं तो होगा बड़ा आंदोलन
इस मौके पर ट्रक यूनियन अध्यक्ष हेतराम खिलेरी ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती, तब तक डीटीओ कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना और चक्का जाम जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगों की अनदेखी हुई तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।
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