बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), चार अगस्त (भाषा) खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने यहां नम्होल क्षेत्र स्थित कामधेनु डेयरी मुख्यालय पर छापा मारा और नमूने एकत्र किए। यह जानकारी एक अधिकारी ने सोमवार को दी।
अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद की गई, जिसमें एक महिला ने आरोप लगाया था कि डेयरी का दूध मानव उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है।
अधिकारी के मुताबिक, महिला के इस दावे से कि कामधेनु दूध के पैकेट में संदिग्ध सफेद पदार्थ था, उपभोक्ता चिंतित हो गए और विभागीय स्तर पर हलचल मच गई।
उन्होंने बताया कि रविवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी खगेंद्र नेगी के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने नम्होल स्थित कामधेनु मुख्यालय पर छापा मारा और दूध, दही व घी के नमूने एकत्र किए।
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने कहा, ‘‘कामधेनु डेयरी से लिए गए नमूनों को प्रयोगशाला भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। अगर नमूने (गुणवत्ता परीक्षण में) विफल होते हैं, तो सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।’’
इस बीच, केवल गाय के दूध से बने उत्पाद बेचने वाली कामधेनु कंपनी ने कहा है कि वह व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो में दिख रही महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। प्रबंधन ने उसके आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि इससे ब्रांड की छवि को नुकसान पहुंचेगा।
कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करते हुए कहा है कि ‘‘सरकार इसे गंभीरता से लेगी।’’
एक विशेषज्ञ ने कहा कि दूध और दूध से बने उत्पाद आम जनता के स्वास्थ्य से सीधे जुड़े हुए हैं और इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
भाषा
अमित पारुल
पारुल