नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) गुजरात ने बीते वित्त वर्ष 2024-25 में देश के शीर्ष निर्यातक राज्य के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखी है। कुल 9.83 लाख करोड़ रुपये के निर्यात के साथ देश के कुल निर्यात में गुजरात की 26.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है। निर्यातकों के शीर्ष निकाय फियो ने मंगलवार यह जानकारी दी।
पिछले वर्ष की तुलना में मामूली गिरावट के बावजूद, गुजरात का निर्यात अन्य सभी राज्यों से काफी आगे रहा। यह दूसरे स्थान पर रहने वाले राज्य महाराष्ट्र (5,57,271 करोड़ रुपये) से लगभग 4.3 लाख करोड़ रुपये अधिक है।
फियो के विश्लेषण के अनुसार, महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का स्थान है।
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) ने कहा, ‘‘गुजरात ने 2024-25 में, देश के शीर्ष निर्यातक राज्य के रूप में अपनी अग्रणी स्थिति फिर से स्थापित की है। राज्य से निर्यात 9.83 लाख करोड़ रुपये का रहा, जो देश के कुल निर्यात का 26.6 प्रतिशत है।’’
फियो के अनुसार, गुजरात से होने वाले निर्यात में कुछ जिलों की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। इसमें जामनगर 3.63 लाख करोड़ रुपये के साथ अगुवा बना हुआ है। इसका मुख्य कारण पेट्रोलियम और रिफाइनरी निर्यात है।
जामनगर राज्य के कुल निर्यात में एक-तिहाई से अधिक का योगदान देता है।
राज्य से निर्यात की जाने वाली शीर्ष पांच वस्तुएं पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, कार्बनिक रसायन, औषधि और इंजीनियरिंग वस्तुएं (मशीनरी) हैं।
उत्तर प्रदेश का 2024-25 में देश के कुल 37.02 लाख करोड़ रुपये के निर्यात में 1.86 लाख करोड़ रुपये का योगदान रहा।
यह देश के कुल निर्यात का पांच प्रतिशत है। यह उत्तर प्रदेश को देश के निर्यात परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण राज्य के रूप में स्थापित करता है।
भाषा रमण अजय
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