राजस्थान में छात्रसंघ चुनावों की बहाली को लेकर जारी असमंजस खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को जयपुर के शहीद स्मारक पर एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की।
डॉ. बैरवा बोले—चुनावों पर रोक कांग्रेस सरकार के समय लगी थी, अभी शिक्षा को प्राथमिकता
डॉ. बैरवा ने कहा कि छात्रसंघ चुनावों पर रोक पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगाई गई थी। वर्तमान सरकार की प्राथमिकता फिलहाल राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना और शैक्षणिक सत्र को व्यवस्थित तरीके से संचालित करना है।
एनएसयूआई और एबीवीपी ने चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग तेज की
इस मुद्दे पर छात्र संगठनों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। एनएसयूआई का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव न केवल छात्र अधिकारों की आवाज़ होते हैं, बल्कि लोकतंत्र की पहली पाठशाला भी माने जाते हैं। संगठन ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द छात्रसंघ चुनावों की तिथि घोषित करे, ताकि छात्र राजनीति को पुनर्जीवित किया जा सके। उधर, एबीवीपी सहित अन्य छात्र संगठन भी इस मुद्दे पर सक्रिय हैं और चुनाव बहाली की मांग को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं।
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