नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उन मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया है कि उन्हें राज्य की मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किया गया है या बाहर रखा गया है।
साथ ही, उन्होंने चुनाव अधिकारियों से मामले में “आवश्यक कार्यवाही” शुरू करने के लिए हस्ताक्षरित शपथपत्र भी मांगा।
गांधी द्वारा मतदान में धोखाधड़ी का आरोप लगाने के तुरंत बाद उन्हें लिखे पत्र में राज्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, “आपने मतदाता सूची में अयोग्य मतदाताओं को शामिल करने और योग्य मतदाताओं को बाहर करने के बारे में उल्लेख किया था…।”
पत्र में कहा गया, “आपसे अनुरोध है कि कृपया मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 20(3)(बी) के अंतर्गत संलग्न घोषणा/शपथ पर हस्ताक्षर करें तथा उसे मतदाता(ओं) के नाम सहित वापस भेजें, ताकि आवश्यक कार्यवाही शुरू की जा सके।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने दावा किया कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में 1,00,250 मतों की “वोट चोरी” हुई है, जिसमें एक विधानसभा क्षेत्र में 11,965 डुप्लीकेट मतदाता हैं, 40,009 मतदाता फर्जी और अवैध पते वाले हैं, 10,452 मतदाता सामूहिक या एक जैसे पते वाले हैं, 4,132 मतदाता अवैध फोटो वाले हैं और 33,692 मतदाता नए मतदाताओं के फार्म 6 का दुरुपयोग कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यहां बताया कि कर्नाटक के सीईओ को आज शाम तक गांधी से हस्ताक्षरित घोषणापत्र मिलने की उम्मीद है।
भाषा प्रशांत अविनाश रंजन
रंजन