नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि देशभर के सभी 797 हथकरघा समूहों को उद्यमियों से जोड़ने की ज़रूरत है ताकि घरेलू और वैश्विक बाज़ारों में ऐसे उत्पादों की पहुंच बढ़ाई जा सके।
राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि बुनकरों को उद्यमियों से जोड़ने से उनकी वार्षिक आय 10 लाख रुपये तक बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि हथकरघा उत्पादों की वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए 100 हथकरघा और हस्तशिल्प कारीगरों को एक ई-मंच से जोड़ा गया है।
सिंह ने हथकरघा दिवस समारोह में कहा, ‘‘आज, भारतीय हथकरघा उत्पादों को विदेशों तक पहुंचाने के लिए 100 कारीगरों को एक ई-मंच से जोड़ा गया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हम लाखों हथकरघा कारीगरों को जोड़ेंगे। मेरी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यही इच्छा है कि उनकी औसत वार्षिक आय कम से कम 8-10 लाख रुपये हो।
यह आधिकारिक तौर पर तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समारोह में क्यों शामिल नहीं हुईं, लेकिन सूत्रों ने बताया कि उनकी तबियत ठीक नहीं थी।
मंत्री ने यह भी इच्छा व्यक्त की कि एक स्टार्टअप कार्यक्रम शुरू किया जाए ताकि हथकरघा तकनीक को उन्नत करके उत्पादन बढ़ाने के प्रस्ताव आमंत्रित किए जा सकें।
सिंह ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि देश के सभी 797 क्लस्टर, उद्यमियों से जुड़े हों ताकि हथकरघा उत्पाद बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी बाज़ारों तक पहुंच सकें।’’
हथकरघा श्रमिकों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘आपके डिज़ाइन विदेशी डिज़ाइनरों द्वारा चुराये जाते हैं और उन्हें अपने डिज़ाइन में बदल दिया जाता है। मैं अपने विभाग के माध्यम से यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था कर रहा हूं कि आपके डिज़ाइन किसी के द्वारा चुराए न जाएं, इसके लिए उन्हें (डिज़ाइनों को) कृत्रिम मेधा और ब्लॉकचेन तकनीक से जोड़ा जा रहा है।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
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