इतिहास की गलत व्याख्या न केवल शैक्षणिक सत्यनिष्ठा के विरुद्ध है, बल्कि यह समाज की सांस्कृतिक और क्षेत्रीय पहचान को भी गहरी क्षति पहुँचाती है।
NCERT के नक्शे में ऐतिहासिक विकृति: राजस्थान की अस्मिता पर चोट
NCERT की कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान की नई पाठ्यपुस्तक “Exploring Society: India and Beyond” (संस्करण: जुलाई 2025) में मराठा साम्राज्य के विस्तार का जो नक्शा प्रकाशित किया गया है, वह ऐतिहासिक तथ्यों से मेल नहीं खाता और भ्रामक है। यह केवल एक साधारण संपादकीय त्रुटि नहीं, बल्कि राजस्थान के गौरवशाली इतिहास—हमारे पूर्वजों के बलिदानों, संप्रभुता और वीरगाथाओं—को धूमिल करने का प्रयास प्रतीत होता है। यह न केवल राजस्थान की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है, बल्कि भारत की एकता और अखंडता की भावना को भी आघात पहुँचाने जैसा है।
तथ्यों की सटीकता और क्षेत्रीय अस्मिता की रक्षा अनिवार्य
NCERT और शिक्षा मंत्रालय को चाहिए कि इस गलती को तुरंत सुधारा जाए। पाठ्यपुस्तकों में तथ्यात्मक सटीकता सुनिश्चित हो और राजस्थान की रियासतों को उनके वास्तविक गौरव तथा ऐतिहासिक भूमिका के अनुरूप स्थान दिया जाए। क्षेत्रीय स्वाभिमान और विविधता के साथ छेड़छाड़—चाहे वह मराठी, राजस्थानी या किसी भी अन्य क्षेत्र से जुड़ी हो—कभी स्वीकार्य नहीं हो सकती। मराठा इतिहास अपने आप में गौरवपूर्ण है, किंतु उसकी सीमाओं का गलत चित्रण न इतिहास का सम्मान करता है, न ही शिक्षा-व्यवस्था की विश्वसनीयता बनाए रखता है।
यह विषय केवल राजस्थान का नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का है, क्योंकि यह हमारी साझा विरासत और सांस्कृतिक विविधता की सही समझ से जुड़ा है। अतः NCERT और माननीय शिक्षा मंत्री को चाहिए कि बिना किसी क्षेत्रीय या राजनीतिक पूर्वाग्रह के, ऐतिहासिक सच्चाई को न्यायपूर्ण और निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करें।
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