बेंगलुरु, नौ अगस्त (भाषा) वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शनिवार को कहा कि बालाकोट हवाई हमले से हुए नुकसान की तस्वीरें उपलब्ध न होना एक ‘‘बड़ा मुद्दा’’ बन गया था और लोग इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हो पा रहे थे कि क्या हासिल हुआ, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ‘‘बालाकोट के उस भूत’’ का ख्याल रखा गया।
यहां 16वें एयर चीफ मार्शल एल एम कात्रे स्मृति व्याख्यान में उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों और एक बड़े विमान को मार गिराया। उन्होंने इसे भारत द्वारा सतह से हवा में मार गिराने का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बताया।
उन्होंने कहा, ‘जब हमने बालाकोट (हमला) किया, तो हमने कुछ (ऑपरेशन सिंदूर जैसा) ऐसा ही किया था।’ उन्होंने कहा कि चूंकि कोई तस्वीर उपलब्ध नहीं थी, इसलिए यह एक बड़ा मुद्दा बन गया।
वायुसेना प्रमुख कहा, ‘दुर्भाग्यवश, हम अपने लोगों को यह नहीं बता सके कि हम क्या हासिल कर पाए। हमारे पास खुफिया जानकारी थी कि भारी क्षति हुई है; बहुत सारे आतंकवादी मारे गए, लेकिन हम अपने लोगों को आश्वस्त नहीं कर सके। लेकिन (इस बार) हम भाग्यशाली रहे और ये वीडियो सार्वजनिक कर पाए।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम बालाकोट के उस भूत से निपट पाए।’
भारत ने बालाकोट में हवाई हमले किए, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादी समूह के एक प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ये हमले किए थे। पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान मारे गए थे।
भाषा आशीष देवेंद्र
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