नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने शनिवार को एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष से कहा कि या तो वह अपने दावों के समर्थन में शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें या फिर ‘‘फर्जी’’ आरोप लगाने के लिए देश से माफी मांगें।
कम से कम तीन राज्यों में कथित वोट चोरी को लेकर गांधी और निर्वाचन आयोग के बीच हुई तीखी बयानबाजी के एक दिन बाद, निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने फिर से कांग्रेस नेता से उनके दावों की पुष्टि के लिए हस्ताक्षरित शपथ पत्र देने पर जोर दिया।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी को या तो नियमों के अनुसार शपथ पत्र देना चाहिए या अपने झूठे आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।’’
इस बीच भाजपा ने शनिवार को कहा कि यदि कांग्रेस नेता को निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं है तो उन्हें नैतिक आधार पर लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा ने वोट चोरी के दावे के बारे में शपथ पत्र न देने के लिए भी गांधी पर निशाना साधा।
कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) ने बृहस्पतिवार को राहुल गांधी से उन मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा था जिनके बारे में उन्होंने दावा किया है कि उन्हें मतदाता सूचियों में गलत तरीके से शामिल किया गया है या सूची से बाहर रखा गया है।
उन्होंने चुनाव प्राधिकारियों द्वारा मामले में ‘‘आवश्यक कार्यवाही’’ शुरू किए जाने के लिए हस्ताक्षरित घोषणापत्र भी मांगा था।
लेकिन गांधी ने स्पष्ट कर दिया था कि वह हस्ताक्षरित शपथ पत्र नहीं देंगे। गांधी ने कहा था कि वह पहले ही संसद सदस्य के रूप में संविधान की रक्षा करने की शपथ ले चुके हैं।
भाषा जोहेब देवेंद्र
देवेंद्र