मुरादाबाद (उप्र), 10 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद एसटी हसन ने उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को आगाह किया कि अहंकार में आकर धार्मिक स्थलों को गिराने से हम सबके ‘‘पालनहार’’ खफा होंगे और प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि होगी।
एसटी हसन ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘भारत एक धार्मिक देश है जहां सभी धर्मों के लोग हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई मानते हैं कि उनके जीवन की घटनाएं ऊपरवाले द्वारा तय होती हैं।’’
हसन ने कहा, ‘‘हमने मंदिरों, मस्जिदों और दरगाहों – जहां उनका (ईश्वर) नाम लिया जाता है और जहां उनकी अराधना की जाती है उन पर बुलडोजर चलाकर उन्हें नाराज किया है।’’
पूर्व सांसद ने कहा, ‘‘अगर हम अहंकार में आकर ऐसे स्थानों को नष्ट कर देंगे, तो उनकी दया हम पर नहीं रहेगी, आपदाएं और बढ़ेंगी।’’
हसन ने कहा कि संकट के समय सभी समुदाय अपने-अपने अराधना स्थलों की ओर रुख करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू मंदिरों में जाते हैं और भगवान से रक्षा की प्रार्थना करते हैं। मुसलमान मस्जिदों में जाते हैं और अल्लाह से रहम की भीख मांगते हैं…।’’
उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र स्थलों के साथ छेड़छाड़ आध्यात्मिक संतुलन को बिगाड़ती है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम उन स्थलों पर बुलडोजर चलाएंगे जहां उस सृजनकर्ता का नाम लिया जाता है, जिसने पूरे ब्रह्मांड की रचना की है, तो जाहिर है कि उनका दुआ हम पर नहीं रहेगी।’’
मुरादाबाद के पूर्व सांसद ने प्राकृतिक आपदाओं के बिगड़ते स्वरूप को पर्यावरणीय विनाश से भी जोड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पेड़ों को अंधाधुंध काटकर पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट कर दिया है। इस पारिस्थितिक असंतुलन के कारण प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि हुई है।’’
भाषा सं अभिनव आनन्द खारी
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