जम्मू, 10 अगस्त (भाषा) कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने रविवार को केंद्र शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर ‘हमारी रियासत हमारा हक’ अभियान के तहत क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा के नेतृत्व में कई पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित दर्जनों पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तवी पुल पर अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा के सामने भूख हड़ताल शुरू की।
महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कर्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शनिवार को श्रीनगर और जम्मू में एक साथ क्रमिक भूख हड़ताल शुरू होनी थी, लेकिन रक्षा बंधन के त्योहार के कारण जम्मू में इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया।’’
हालांकि, उन्होंने कहा कि भूख हड़ताल का स्थान रेजीडेंसी रोड पर शहीद चौक स्थित पार्टी मुख्यालय के पास स्थानांतरित कर दिया जाएगा, क्योंकि प्रशासन ने पार्टी को प्रतिभागियों के लिए बड़ा तंबू लगाने की अनुमति नहीं दी।
श्रीनगर में नौ अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार क्रमिक भूख हड़ताल शुरू हुई और 15 और 16 अगस्त को छोड़कर 21 अगस्त तक जारी रहेगी।
भूख हड़ताल में शामिल होने वालों में पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला, पूर्व मंत्री मूला राम, चौधरी लाल सिंह, योगेश साहनी और गुलाम मोहम्मद सरूरी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मोहम्मद शाहनवाज चौधरी, पूर्व विधायक और मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा, विधान सभा सदस्य इफ्तिखार अहमद और जिला विकास पार्षद टी.एस. टोनी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भूख हड़ताल का उद्देश्य कांग्रेस पार्टी के उस अभियान को और तेज़ करना है, जो पिछले छह महीनों से जम्मू-कश्मीर के सभी 20 जिलों में इस अंधी, बहरी और गूंगी सरकार को जगाने के लिए चल रहा है।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम महाराजा की प्रतिमा के पास एकत्रित हुए और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अपने संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया, जो डोगरा शासकों द्वारा गठित देश का सबसे बड़ा राज्य था।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हाल ही में श्रीनगर और जम्मू में मार्च आयोजित किए और बाद में ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान करते हुए अभियान को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीने दिल्ली से लौटने के बाद, हमने व्यापारियों और ट्रांसपोर्टर सहित नागरिक संस्थाओं का समर्थन जुटाने के लिए एक से पांच अगस्त तक एक संपर्क कार्यक्रम की घोषणा की और पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के दर्जा में कमी की छठी वर्षगांठ को सभी 20 जिलों में काला दिवस के रूप में मनाया।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मानसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री को एक संयुक्त पत्र लिखा था, जिसमें सरकार को राज्य का दर्जा बहाल करने के संबंध में संसद के भीतर और बाहर जम्मू-कश्मीर के लोगों से किए गए वादों की याद दिलाई गई थी।
भाषा रंजन दिलीप
दिलीप