नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) आईटीसी होटल्स के चेयरमैन संजीव पुरी ने सोमवार को कहा कि भारत का आतिथ्य क्षेत्र मजबूत वृद्धि की राह पर है और कंपनी का वर्ष 2030 तक अपने परिचालन वाले होटल की संख्या बढ़ाकर 220 तक ले जाने का लक्ष्य है।
पुरी ने एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में सूचीबद्ध होने के बाद आईटीसी होटल्स की पहली सालाना आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा अस्थिर वैश्विक परिदृश्य में नवाचार एवं प्रौद्योगिकी में निवेश से देश आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बन सकता है।
उन्होंने कहा कि युवा आबादी, बढ़ती आय, शहरीकरण, प्रौद्योगिकी क्षमता एवं उद्यमशीलता की भावना से कंपनी की प्रतिस्पर्धी बढ़त कायम रहेगी।
पुरी ने भारत में आतिथ्य क्षेत्र की वृद्धि संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि प्रति हजार आबादी पर सिर्फ 0.3 कमरे हैं, जबकि वैश्विक औसत 2.2 है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि कंपनी की ‘एसेट-राइट’ रणनीति से आने वाले वर्षों में वृद्धि और प्रतिस्पर्धा तेज होगी। ब्रांड की पहचान से संभावित प्रबंधन अनुबंधों का एक मजबूत आधार तैयार हुआ है।’
पुरी ने कहा कि आईटीसी होटल्स की मौजूदगी अब मझोले एवं छोटे शहरों तक हो चुकी है और प्रीमियम आतिथ्य सेवाओं की मांग बढ़ रही है।
पुरी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि कंपनी वर्ष 2030 तक 20,000 से अधिक कमरों वाले 220 होटलों का परिचालन कर रही होगी।’
वर्ष 2030 तक होटल एवं आतिथ्य क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में योगदान 10 प्रतिशत तक पहुंचने और 10 करोड़ से अधिक रोजगार देने का अनुमान है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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