(फाइल फोटो के साथ)
मुंबई, 11 अगस्त (भाषा) शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को निर्वाचन आयोग के खिलाफ मार्च के दौरान विपक्षी सांसदों को दिल्ली में हिरासत में लिए जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि दुनिया ने देखा कि भारत में लोकतंत्र की ‘हत्या’ की जा रही है।
ठाकरे ने मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने ‘‘वोट चोरी’’ मुद्दे पर निर्वाचन आयोग के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सांसदों को हिरासत में लेकर अपने हाथों से लोकतंत्र को कलंकित किया।
विरोध मार्च को निर्वाचन आयोग के खिलाफ लड़ाई करार देते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि सरकार प्रदर्शन में हस्तक्षेप क्यों कर रही है।
ठाकरे की पार्टी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की घटक है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (सरकार) लोकतंत्र की लड़ाई को कुचल रहे हैं। भारत को सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है। पूरी दुनिया ने देखा है कि भारत में लोकतंत्र की दिनदहाड़े हत्या की जा रही है।’’
विपक्ष के नेता राहुल गांधी (लोकसभा) और मल्लिकार्जुन खरगे (राज्यसभा) सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण और कथित ‘‘वोट चोरी’’ के खिलाफ सोमवार को संसद भवन से निर्वाचन आयोग मुख्यालय तक विरोध मार्च निकाला लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और भारी नाटकीय घटनाक्रम के बीच हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
उच्चतम न्यायालय में शनिवार को दाखिल हलफनामे में निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार में मसौदा मतदाता सूची से किसी भी मतदाता का नाम किसी पूर्व सूचना के बिना, उसे अपनी बात रखने का अवसर प्रदान किये बगैर और तर्कसंगत आदेश जारी किए बिना नहीं हटाया जाएगा।
आयोग ने यह भी कहा कि वैधानिक व्यवस्था के अनुसार, मसौदा मतदाता सूची में शामिल नहीं किए गए लोगों के नामों की कोई अलग सूची तैयार करना या उनके साथ ऐसी कोई सूची साझा करना या किसी भी कारण से किसी व्यक्ति को भी मसौदा सूची में शामिल नहीं करने के कारणों को प्रकाशित करना आवश्यक नहीं है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकरे ने पूछा कि क्या निर्वाचन आयोग या मुख्य निर्वाचन आयुक्त उच्चतम न्यायालय से बड़े हैं? उन्होंने कहा, ‘‘यह उच्चतम न्यायालय का अपमान है।’’
शिवसेना (उबाठा) सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो लोगों ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी और 60-65 मुश्किल सीटों पर ‘‘ईवीएम के जरिए’’ जीत सुनिश्चित करने का वादा किया था। राउत ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी यही लोग ठाकरे से मिले थे।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 30 पर महा विकास आघाडी (एमवीए) की जीत का हवाला देते हुए राउत ने कहा कि हालांकि, शिवसेना (उबाठा) प्रमुख ने चुनावी प्रक्रिया और लोकतंत्र में अपनी आस्था जताते हुए उनसे मिलने से इनकार कर दिया था।
इस मुद्दे पर ठाकरे ने कहा, ‘‘चुनावों के दौरान ऐसे लोग मिलते हैं, लेकिन हमने उन्हें कभी गंभीरता से नहीं लिया। हम कभी इस तरह जीतना नहीं चाहते और हमने इस पर ध्यान नहीं दिया।’’
ठाकरे ने कहा कि पहले भी उनसे ऐसे लोग मिल चुके हैं।
भाषा आशीष नेत्रपाल
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