नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) नागर विमानन मंत्रालय ने सोमवार को संसद का बताया कि जनवरी 2024 से अब तक तकनीकी खराबी के कारण विमानों के आपात स्थिति में उतरने की 10 घटनाएं सामने आई हैं।
नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा 2020 से जून 2025 तक 171 नियामक ऑडिट किए गए हैं।
मोहोल ने कहा कि जनवरी 2024 से अब तक तकनीकी खराबी के कारण विमानों के आपात स्थिति में उतरने की 10 घटनाएं सामने आई हैं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि आईआईटी मद्रास द्वारा दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 और 3 के संरचनात्मक ऑडिट में दोनों संरचनाओं को सुरक्षित पाया गया।
उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि विमानन नियामक डीजीसीए की जांच के निष्कर्षों के अनुसार, खराब मौसम और विमान का मार्ग बदलने के लिए समय पर कार्रवाई नहीं करना, 21 मई को इंडिगो की दिल्ली-श्रीनगर उड़ान से जुड़ी घटना के संभावित कारण थे। इस घटना में विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
इंडिगो के ए321 नियो विमान वीटी-आईएमडी को 21 मई को ओलावृष्टि सहित प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ा। श्रीनगर में उतरने के बाद विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त पाया गया था। डीजीसीए ने इस घटना की जांच की।
भाषा अविनाश सुभाष
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