लातूर, 11 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर में 36 वर्षीय बाल विकास परियोजना अधिकारी ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में बैठने का अपना आखिरी मौका चूक जाने के कारण कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ के मुखेड़ तहसील के निवासी रामदास श्रीराम रविवार को यहां एक लॉज में मृत पाए गए।
एक अधिकारी ने कहा, “श्रीराम ने अपने परिवार को बताया था कि वह ट्रेनिंग के लिए अमरावती जा रहा है, लेकिन यहां आकर उन्होंने एक लॉज में कमरा ले लिया। रविवार को जब उन्होंने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला, तो कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। जब दरवाजा तोड़ा गया, तो वह फंदे से लटके हुए मिले।”
उन्होंने कहा, “कमरे से मिले एक ‘सुसाइड नोट’ में लिखा था कि यूपीएससी परीक्षा में बैठने का आखिरी मौका गंवाने के बाद वह यह कदम उठा रहे हैं। उन्होने यह भी लिखा था कि मीडिया उनकी मौत की खबर न दिखाए, क्योंकि इससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों का मनोबल गिरेगा।”
अधिकारी ने बताया कि श्रीराम ने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण की थी और उन्हें ग्रुप ‘बी’ बाल विकास परियोजना अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।
अधिकारी ने कहा, “उन्होंने नागपुर में चार महीने का प्रशिक्षण पूरा किया था और हाल ही में उन्हें अमरावती में तैनाती का आदेश मिला था। हमने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।”
भाषा प्रशांत दिलीप
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