नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान का दस्तावेजीकरण करने के लिए एक व्यापक पुस्तिका‘भारतीय गणित परंपरा’ विकसित करेगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 150-175 पृष्ठों की यह ‘‘प्रामाणिक पुस्तिका’’ प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत की प्रमुख गणितीय खोजों और नवाचारों का दस्तावेजीकरण करेगी।
हाल में बोर्ड के शासी निकाय की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति पाठ्यक्रम में भारत की ज्ञान परंपराओं के एकीकरण और सांस्कृतिक रूप से निहित तथा वैश्विक रूप से प्रासंगिक शिक्षण सामग्री के विकास पर जोर देती है। सीबीएसई ने गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान को उजागर करने वाली एक आधिकारिक पुस्तिका विकसित करने का प्रस्ताव रखा है।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘पुस्तिका को एक खुली प्रक्रिया के माध्यम से चयनित शैक्षणिक साझेदार या एजेंसी के माध्यम से विकसित किया जाएगा और बाद में इसे स्कूलों, छात्रों तथा शिक्षकों के लिए डिजिटल और प्रिंट दोनों रूपों में उपलब्ध कराया जाएगा।’’
भाषा नोमान नेत्रपाल
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