कोलकाता, 11 अगस्त (भाषा) अंतरराष्ट्रीय पुलिस और कई अन्य संगठनों का सदस्य बताकर लोगों को गुमराह करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार किये गये तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता बिभास चंद्र अधिकारी ने कोलकाता में भी इसी तरह के कथित तौर पर अपराध किए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने उत्तरी कोलकाता के बेलियाघाटा इलाके में सीआईटी रोड पर दो फ्लैट किराए पर लिए थे और वहां से ‘इंटरपोल’, ‘इंवेस्टिगेशन ऑफ सोशल जस्टिस’ और ‘पुलिस’ जैसे बोर्ड लगाकर अपना कार्यालय चलाता था।
अधिकारी ने बताया, “प्रारंभिक जांच से पता चला कि गिरफ्तार व्यक्ति नीली बत्ती वाली एक गाड़ी में आता था, जो आमतौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) या भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के लिए होती है और उसमें सशस्त्र सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहते हैं। यह आश्चर्यजनक था कि वह बेलियाघाटा और नारकेलडांगा थानों के बीच अपना कार्यालय चला रहा था।’’
उन्होंने बताया कि बीरभूम जिले के नलहाटी का पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष शिक्षक भर्ती घोटाले में भी आरोपी था।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के जेल में बंद पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी माने जाने वाले अधिकारी से भर्ती मामले में 2023 में कई बार पूछताछ की थी।
अधिकारी को 2021 में तृणमूल कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया गया था।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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