नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) तेलुगू अभिनेता अदिवी शेष ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर उनसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आवारा कुत्तों को बड़े पैमाने पर पकड़ने को लेकर दिए गए निर्देश पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
‘‘मेजर’’ फिल्म के अभिनेता शेष पशु प्रेमी हैं। उन्होंने कहा कि जिन कुत्तों का बधियाकरण और टीकाकरण करवा जा चुका है, उन्हें मौजूदा पशु कल्याण कानूनों के तहत उनके अपने क्षेत्रों में ही रहने दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आबादी नियंत्रण के लिए कुत्तों को बड़े पैमाने पर बंदी बनाने के बजाय कानूनी और मानवीय तरीकों को अपनाया जाना चाहिए।
अपने पत्र में 40 वर्षीय अभिनेता ने सार्वजनिक सुरक्षा और पशु के प्रति करुणा के बीच संतुलन बनाने वाले वैकल्पिक उपाय सुझाए।
उन्होंने लिखा, ‘‘एक ऐसे नागरिक के रूप में जो कानून की भावना में विश्वास करता है, मुझे दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों को बड़े पैमाने पर बंद करने के हालिया निर्देश को लेकर गहरी चिंता है। यह न केवल हमारे कानूनी दायित्वों के खिलाफ है, बल्कि उन करुणामय मूल्यों के भी विपरीत है जिनके लिए भारत हमेशा जाना जाता है।’’
अदिवी शेष ने कहा कि बधियाकरण और टीकाकरण करवाने वाले कुत्ते खतरा नहीं बल्कि ‘‘समुदाय के ऐसे सदस्य हैं जो सम्मान के हकदार हैं।’’ उनका कहना था कि आवारा कुत्तों को बंद करना न तो समस्या का स्थायी समाधान है और न ही मानवीय।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास कानूनी और आजमाए हुए विकल्प हैं : बधियाकरण और टीकाकरण अभियान, कचरा प्रबंधन में सुधार ताकि अनियंत्रित भोजन के स्रोत बंद हों, सामुदायिक देखभालकर्ताओं को सशक्त बनाना, और क्रूरता व उन्हें छोड़ देने पर कड़ी सजा लागू करना। इन कदमों पर ध्यान देकर हम इंसानों और जानवरों, दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और अपने बेजुबान साथियों के प्रति नैतिक व कानूनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं।’’
अदिवी शेष की यह अपील ऐसे समय में आई है जब शहरी इलाकों में आवारा कुत्तों को लेकर बहस राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है और पशु अधिकार कार्यकर्ता, नीति-निर्माता तथा आम नागरिक सुरक्षा, करुणा और कानून के बीच संतुलन खोज रहे हैं।
भाषा गोला नरेश
नरेश