नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार बाधित होने के बाद दोपहर तीन बजे तक स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर पीठासीन अध्यक्ष सस्मित पात्रा ने केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया को राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक, 2025 तथा राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025 को सदन में चर्चा करने एवं पारित करने के लिए पेश करने को कहा।
मांडविया ने विधेयकों को चर्चा के लिए रख रहे थे इसी बीच विपक्षी सदस्य एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा करने लगे। पीठासीन अध्यक्ष पात्रा ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने दोपहर दो बज कर दो मिनट पर बैठक को तीन बजे तक स्थगित कर दिया।
इससे पहले उच्च सदन की बैठक जब 11 बजे शुरू हुई तब सूचीबद्ध सरकारी कागजात सदन के पटल पर रखे जाने के बाद उपसभापति हरिवंश ने बताया कि नियम 267 के तहत कार्यवाही स्थगित कर चार विषयों पर चर्चा करने के लिए मिले सभी 21 नोटिस उन्होंने अस्वीकार कर दिए हैं। यह नियम कार्यसूची के नियत कामकाज को स्थगित कर नोटिस में उठाए गए मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देता है।
हरिवंश ने कहा कि चार अलग-अलग विषयों पर मिले नोटिस उचित प्रारूप में प्रस्ताव सहित नहीं थे और 11 नोटिस में ऐसे विषय पर चर्चा की मांग की गई थी जो अदालत विचाराधीन है।
उच्चतम न्यायालय एसआईआर के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।
द्रमुक के तिरुचि शिवा ने नियम पुस्तिका का हवाला देते हुए कहा कि आसन का निर्णय सर्वोपरि होता है। उन्होंने उपसभापति से अनुरोध किया कि नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस के विषयों पर चर्चा कराई जाए। लेकिन उपसभापति ने कहा कि उन्होंने नियमों का ही पालन किया है।
इस बीच विपक्षी सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
हरिवंश ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक, 2025 तथा राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025 को संशोधित कार्यसूची के अनुसार, सदन में चर्चा करने और पारित करने के लिए आज पेश किया जाएगा और सदस्य इन विधेयकों पर अपने संशोधन दोपहर बारह बजे तक दे सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आयकर (संख्यांक 2) विधेयक, 2025 और कराधान विधि संशोधन विधेयक को भी आज लिया जाएगा।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन ने आयकर (संख्यांक 2) विधेयक, 2025 और कराधान कानून (संशोधन) विधेयक को दिन की पूरक कार्यसूची में शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि 500 से अधिक धाराओं वाले इन विधेयकों को पेश करने का तरीका ‘‘संसद का मजाक’’ बनाने जैसा है।
ओ’ब्रायन ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता इस बात पर सहमत हैं कि एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा सरकार की पसंद की भाषा में तैयार किसी भी प्रस्ताव के माध्यम से हो सकती है।
उपसभापति ने उन्हें रोकते हुए कहा कि इस बारे में व्यवस्था दी जा चुकी है। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत रहने की अपील की और शून्यकाल शुरू कराने का प्रयास किया। सदन में व्यवस्था न बनते देख उन्होंने 11 बजकर 15 मिनट पर बैठक को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया।
सदन में मानसून सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य बिहार में एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं और उनके हंगामे की वजह से, 21 जुलाई से शुरू हुए इस सत्र के दौरान राज्यसभा में एक बार भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया है।
भाषा मनीषा माधव
माधव