देरगांव (असम), 12 अगस्त (भाषा) गोवा पुलिस के 700 रंगरूटों ने मंगलवार को असम के गोलाघाट जिले में स्थित लचित बरफुकन पुलिस अकादमी (एलबीपीए) से अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा किया।
‘पासिंग आउट’ समारोह में शामिल हुए असम और गोवा राज्य के मुख्यमंत्रियों ने इस दौरान लोगों से आपसी सहयोग बढ़ाने की अपील की।
गोवा, मणिपुर के बाद इस प्रतिष्ठित एलबीपी अकादमी में अपने पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए भेजने वाला ऐसा दूसरा राज्य है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत प्रथम, द्वितीय और तृतीय भारतीय रिजर्व बटालियन के रंगरूटों की पासिंग आउट परेड में शामिल हुए।
अकादमी में 569 पुरुष और 131 महिला कांस्टेबलों को शारीरिक तंदरुस्ती, मानसिक दृढ़ता, सामरिक कौशल और हथियार संचालन में कठोर प्रशिक्षण दिया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि ये रंगरूट पिछले साल चार अक्टूबर को 43 सप्ताह के प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए यहां पहुंचे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अकादमी के लिए एक ऐतिहासिक बैच था, क्योंकि इस अवधि में असम, मणिपुर और गोवा राज्यों की पुलिस ने एक साथ प्रशिक्षण लिया और इससे अंतर-राज्यीय सौहार्द और पेशेवर आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला।’’
पासिंग आउट परेड में शपथ ग्रहण, औपचारिक ‘मार्च पास्ट’, पुरस्कार वितरण और ‘पैंथर्स ऑन व्हील्स’ इकाई द्वारा एक विशेष प्रदर्शन भी शामिल था।
देश के शीर्ष पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में से एक के रूप में विकसित किए जा रहे ‘एलबीपीए’ के पहले चरण का उद्घाटन इस वर्ष मार्च में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। उन्होंने अगले चरण की आधारशिला भी रखी थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि गोवा से आए रंगरूटों के प्रशिक्षण से दोनों राज्य करीब आए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘गोवा और असम के बीच की दूरी बहुत अधिक है लेकिन यहां प्रशिक्षण के माध्यम से गोवा सरकार ने इस भौगोलिक दूरी को पाट दिया है।’’
मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री शर्मा ने कहा कि मणिपुर और गोवा के युवाओं को प्रशिक्षित करना लचित बरफुकन पुलिस अकादमी के लिए गौरव की बात है।
गोवा के मुख्यमंत्री सावंत ने अपने संबोधन में गोवा पुलिस और राज्य के लोगों की ओर से कांस्टेबलों को प्रशिक्षण देने के लिए असम पुलिस का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा का विशेष आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने सिर्फ एक फोन कॉल में हमारे कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए सहमति व्यक्त की और उनका यह कदम साबित करता है कि हम भारत में हमेशा एकजुट रहेंगे। हम एकजुट भारत के लिए एक साथ खड़े होंगे।’’
सावंत ने गोवा पुलिस के कैडेटों से आग्रह किया कि वे असम के सभी लोगों और पर्यटकों को अपने भाई-बहनों की तरह समझें।
भाषा
सुमित नरेश
नरेश