लखनऊ, 12 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मंगलवार को विधानसभा में फतेहपुर प्रकरण पर कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई है और कानून अपना काम करेगा। खन्ना ने कहा कि जो भी कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसको न्यायिक प्रक्रिया के तहत दंड जरूर मिलेगा।
विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के बाद नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने फतेहपुर जिले के एक मकबरे का मामला उठाया और इस पर सरकार का पक्ष जानना चाहा।
दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों के सदस्यों ने सोमवार को फतेहपुर जिले में एक मकबरे में घुसकर हंगामा किया और दावा किया कि यह एक मंदिर स्थल है, जहां उन्हें प्रार्थना करने का अधिकार है।
हंगामा करने वालों का दावा था कि जिस जगह पर कई सदी पुराना नवाब अबू समद का मकबरा स्थित है, वहां पहले कभी मंदिर हुआ करता था।
पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और शांति भंग करने के आरोप में 150 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया है।
उप्र सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे पर सदन में जवाब देते हुए कहा, ”इस मामले से सरकार का किसी भी तरह से कोई संबंध नहीं है। हम इस बात का पूरी तरह से खंडन करते हैं।”
उन्होंने कहा कि फतेहपुर कोतवाली में 11 अगस्त की शाम को 10 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और कानून अपना काम करेगा। खन्ना ने कहा कि जो भी कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसको न्यायिक प्रक्रिया के तहत दंड जरूर मिलेगा।
इस बीच, सपा सदस्यों के हंगामे पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ”विपक्ष सदन में सरकार को जवाब देने का अवसर देने के लिए तैयार नहीं है। जनता की समस्या उठाने के लिए तैयार नहीं है।”
विधानसभा में फतेहपुर मुद्दे पर सरकार के जवाब के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने आकर हंगामा शुरू कर दिया।
अध्यक्ष ने सपा सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया, लेकिन लगातार विरोध जारी रहने पर उन्होंने घोषणा कि विपक्ष जनता की समस्या उठाने के लिए तैयार नहीं है।
उन्होंने नियम-56 (विधानसभा की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने) के तहत सूचनाओं को स्वीकार करते हुए चर्चा के लिए अनुरोध किया, लेकिन सपा के सदस्य तैयार नहीं हुए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जो सवाल उठाया, उसका जवाब आ गया, लेकिन आपका (सपा) मन सदन चलाने का नहीं है।
महाना ने कहा, ”मेरा मन और सरकार का मन है कि सदन चले, अगर आप मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं, तो जो नोटिस दिए हैं, उस पर चर्चा करिए। अगर सदन बंद कराना चाहते हैं, तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं।”
इसके पहले, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सदन को अवगत कराया कि फतेहपुर में एक मकबरा है और उस मकबरे पर कब्जा करने के लिए सात दिन पहले एक संगठन के नेता ने ऐलान किया कि मकबरा हिंदुओं का है और इस पर कब्जा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे (हिंदू संगठन के सदस्य) लोग भारी संख्या में आये।
पांडेय ने कहा कि पुलिस ने बैरिकेडिंग की, लेकिन उसके बाद भी जितनी सुरक्षा की जरूरत थी, वह नहीं थी। पांडेय ने कहा कि वे लोग पुलिस को धक्का-मुक्की करते घुस गये।
पांडेय ने आरोप लगाया, ”भारतीय जनता पार्टी की सरकार सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। वह नहीं चाहती कि उप्र में शांति व्यवस्था बनी रहे। यह परिपाटी चल रही है कि मुस्लिम मदरसों को तोड़ो, मकबरों को तोड़ो, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़े और इनकी एक पक्षीय राजनीति चल सके।” उन्होंने इस मामले पर सरकार का पक्ष जानना चाहा।
भाषा आनन्द
नरेश दिलीप
नरेश