ओंगोल (आंध्र प्रदेश), 12 अगस्त (भाषा) फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और अन्य की छेड़छाड़ की गई तस्वीरों से जुड़े मामले में प्रकाशम जिला पुलिस के समक्ष पूछताछ के लिए मंगलवार को पेश हुए।
सोशल मीडिया पर नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और उनके परिवार के सदस्यों की छेड़छाड़ की गई तस्वीरें साझा करने के आरोप में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता के खिलाफ 11 नवंबर, 2024 को प्रकाशम जिले के मड्डीपाडु पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।
प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ए.आर. दामोदर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने उन्हें सवालों की एक सूची दी और उनसे पूछा कि तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ किसने की और यह किसके निर्देश पर किया गया।’’
उन्होंने बताया कि वर्मा से नायडू, कल्याण और अन्य को अपमानित करने के कारणों के बारे में पूछताछ की गई और यह भी पूछा गया कि क्या उनका (वर्मा) उनके (नेताओं) साथ पहले कोई विवाद था।
नवंबर 2024 में मामले के तूल पकड़ने के बाद वर्मा को बुलाने में हुई महीनों की देरी के बारे में पूछे जाने पर दामोदर ने कहा कि उन्हें (वर्मा) आवश्यकता के अनुसार बुलाया जाएगा और उन्हें बुलाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वर्मा से आज पूर्वाह्न करीब 11 बजे पूछताछ शुरू हुई और यह पूरे दिन जारी रही।
मड्डीपाडु गांव के रामलिंगम (45) की शिकायत पर वर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की समाज में छवि को ठेस पहुंची है और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है।
भाषा
प्रीति प्रशांत
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