छत्रपति संभाजीनगर, 13 अगस्त (भाषा) सरकार के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की बदौलत इस साल स्वतंत्रता दिवस से पहले महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में खादी से बने राष्ट्रीय झंडों की बिक्री बढ़ गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
खादी ग्रामोद्योग भंडार के प्रबंधक डी. वी. राउत ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पिछले साल 15 अगस्त तक खादी से बने झंडों की बिक्री आठ लाख रुपये की हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की बदौलत बिक्री में लगभग 1.25 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है। नौ लाख रुपये मूल्य के झंडों में से अब तक 7.5 लाख रुपये से अधिक की बिक्री हो चुकी है।’’
खादी ग्रामोद्योग भंडार दशकों से राष्ट्रीय झंडे बेच रहा है, जो मराठवाड़ा खादी ग्रामोद्योग समिति द्वारा संचालित 14 दुकानों में से एक है।
राउत ने कहा कि खादी से बने राष्ट्रीय झंडे चलन में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी दफ्तरों के अलावा आम लोग भी खादी भंडार से तिरंगे खरीद रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि इनकी कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने हाल में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के चौथे संस्करण की घोषणा की है। यह अभियान ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य देश भर के लोगों को अपने-अपने घरों में तिरंगा लाने और भारत की आजादी के उपलक्ष्य में उसे फहराने के लिए प्रेरित करना है।
भाषा
सुरभि वैभव
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