नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा) पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया को खालिद जमील के प्रति अफसोस है जिन्होंने ऐसे समय में राष्ट्रीय फुटबाल टीम की कमान संभाली है जब देश में यह खेल मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने जमील को इसलिए प्राथमिकता दी क्योंकि वह बहुत अधिक मांग नहीं करेंगे।
स्पेन के मनोलो मार्केज़ की जगह लेने वाले जमील 13 वर्षों में सीनियर राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त होने वाले पहले भारतीय बन गए।
भूटिया ने फिदेल कास्त्रो शताब्दी फुटबॉल कप के प्रदर्शनी मैच के बाद पीटीआई वीडियो से कहा, ‘‘हमारे पास दो विश्व स्तरीय कोच थे। हमारे पास इगोर स्टिमक थे जिन्होंने क्रोएशियाई टीम को कोचिंग दी थी। हमारे पास मनोलो मार्केज़ थे जो सर्वश्रेष्ठ कोचों में से एक हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ये दोनों कोच महासंघ के साथ काम नहीं कर सकते, तो आप ऐसे लोगों को लाएंगे जो महासंघ की बात सुनेंगे और वही करेंगे जो महासंघ कहता है तथा महासंघ के सामने अपनी मांगें नहीं रखेंगे। ’’
भूटिया ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जमील घरेलू कोच हैं और वह टीम के लिए नए हैं। उनके लिए मुझे अफसोस है क्योंकि वह ऐसे समय में टीम की कमान संभाल रहे हैं जब टीम काफी मुश्किल स्थिति में है।’’
भाषा
पंत नमिता
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