लखनऊ, 13 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर उसके ‘विजन 2047’ दस्तावेज को लेकर तीखा हमला बोला और उस पर भविष्य का सपना देखाकर आज की समस्याओं का समाधान न करने का आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक तस्वीर साझा की जिसमें शीर्षक के रूप में ‘रीजन (कारण) दस्तावेज’ लिखा था।
यादव ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार को ‘विजन’ नहीं ‘रीजन डॉक्युमेंट’ निकालकर बताना चाहिए कि उन्होंने (सरकार ने) किस कारण अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया?’’
शिवपाल यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘भाजपा सरकार आज विधानसभा में 2047 का काल्पनिक ‘विजन’ लेकर आ रही है। अरे भाई, आज की भूख का हल नहीं और कल के सपनों का सौदागर बनकर घूम रहे हैं।’’
सपा नेता ने कहा, ‘‘भाजपा का कहना है कि 2022 तक किसान की आय दोगुनी करेंगे, मगर 2025 में किसान आधे दाम पर फसल बेच रहा है और 2047 में खुशहाली का सपना दिखा रहे हैं- ये ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ नहीं, ‘किसान क्रेडिट झांसा’ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘2047 में रोजगार मिलेगा यानी भाजपा का मतलब है- आज के बेरोजगार, 22 साल बाद के बुजुर्ग बनकर नौकरी में जाएंगे। 2047 में डिजिटल अस्पताल होंगे, लेकिन 2025 में स्ट्रेचर नहीं है- मरीज को पेड़ से सलाइन टांगने वाली सरकार से हाईटेक का वादा? वाह रे.. अमृतकाल।’’
यादव ने कहा, ‘‘2047 में अपराध खत्म होगा और 2025 में अपराधी ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ पा रहे हैं। भाजपा का ‘अमृतकाल’ असल में ‘अपराधकाल’ है। 2047 में स्मार्ट क्लासरूम, लेकिन 2025 में बच्चे टूटी बेंच पर बैठकर पढ़ रहे हैं। ये स्मार्ट नहीं, ‘स्टार्ट-स्टॉप-स्टार्ट’ क्लासरूम है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने विकास का मतलब समझा है- समाजवादी कामों पर अपना नामपट्ट चिपका फोटो खिंचवा लो।
सपा नेता ने कहा, ‘‘गरीबी 2047 तक खत्म होगी- मतलब भाजपा के हिसाब से गरीब की जिंदगी का ‘लॉन्ग टर्म प्लान’ है भूखा रखना।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का ‘2047 विजन’ एक नीति नहीं, राजनीतिक किस्त योजना है- हर चुनाव में नया सपना, हर साल पुराना झूठ। 2047 का सपना मत बेचिए, 2025 की सच्चाई का हिसाब दीजिए। क्योंकि जनता अब कह रही है-‘भविष्य के जुमले नहीं, आज का न्याय चाहिए।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा था कि चार दिवसीय मानसून सत्र में ‘विजन 2047- विकसित उत्तर प्रदेश’ पर 24 घंटे की चर्चा होगी। यह अगले 25 वर्षों के लिए विशेषज्ञों की राय से तैयार की गई एक कार्ययोजना है, जिसका लक्ष्य भारत के राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ-साथ 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाना है।
भाषा जफर खारी
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