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Thursday, August 14, 2025

अखिलेश ने उप्र सरकार से एक भी वादा पूरा नहीं करने का कारण पूछा

Newsअखिलेश ने उप्र सरकार से एक भी वादा पूरा नहीं करने का कारण पूछा

लखनऊ, 13 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार से अपने वादे पूरे नहीं करने का बुधवार को कारण पूछा।

विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को ”विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश” विषय पर सदन में आयोजित 24 घंटे की अनवरत चर्चा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यादव ने कहा, “भाजपा सरकार को “विजन” नहीं “रीजन” (कारण) दस्तावेज निकालकर बताना चाहिए कि उन्होंने किस वजह से अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।”

संसदीय कार्य और वित्‍त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 24 घंटे की चर्चा कि आज शुरुआत करते हुए कहा, ”हम नीति आयोग, विशेषज्ञों एवं अन्य संस्थाओं के सहयोग से 2047 के विकसित उप्र के दृष्टि पत्र को मूर्त रूप देंगे, जो इस लक्ष्य को प्राप्त करने में एक कार्य योजना की तरह मार्गदर्शन करेगाा।”

सपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने आरोप लगाया, “भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है। इन्होंने नौ साल में भ्रष्टाचार लूट, बेईमानी की। सरकार कानून व्यवस्था, बाढ़ नियंत्रण, शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास हर मामले में असफल हो गई है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूट गये हैं।”

यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा और उनके सहयोगियों से दस साल का हिसाब मांग रही है।

उन्होंने कहा, “भाजपा के पास छिपने का कोई रास्ता नहीं है। जनता को धोखा देने के लिए भाजपा सरकार एक बार फिर झूठे सपने दिखाने का कुचक्र रच रही है।”

यादव ने दावा किया, “भाजपा सरकार के पास प्रदेश की जनता के लिए कोई विजन नहीं है। नौ साल में प्रदेश में एक भी बिजली घर नहीं लगाया। सड़कों के गड्ढे तक नहीं भर पाएं। लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए कहीं कोई बांध नहीं बनाया।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने समस्याएं गिनाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने नौ साल में जिला स्तर का एक भी अस्पताल नहीं बनाया, स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है, एम्बुलेंस सेवाओं को बर्बाद कर दिया गया और स्कूल बंद किये जा रहे हैं।

यादव ने दावा किया, “भाजपा का एक ही विजन है-जनता को गुमराह करना और धोखा देना। भ्रष्टाचार और लूट करना। समाज में नफरत फैलाना और भेदभाव करना।”

भाषा आनन्द नोमान

नोमान

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