नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा) कांग्रेस ने कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं के निर्वाचन क्षेत्रों में अनियमितता संबंधी दावे को लेकर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पलटवार किया और कहा कि सत्तारूढ़ दल द्वारा साझा किए गए आंकड़े निर्वाचन आयोग के साथ उसकी मिलीभगत की ओर इशारा करते हैं और ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव को रद्द माना जाना चाहिए।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची भी उपलब्ध करानी चाहिए ताकि लोगों को पता चल सके कि वह वास्तव में जीते थे या नहीं।
भाजपा ने बुधवार को रायबरेली, वायनाड, डायमंड हार्बर और कन्नौज संसदीय सीटों पर मतदाता पंजीकरण में अनियमितताओं का आरोप लगाया और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, अभिषेक बनर्जी तथा अखिलेश यादव से लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा देने की मांग की।
सत्तारूढ़ दल के नेता अनुराग ठाकुर ने यह दावा भी किया कि विपक्ष के इन नेताओं ने ‘वोट चोरी’ के जरिये लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है।
खेड़ा ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘उन्होंने (अनुराग ठाकुर) पांच-छह लोकसभा क्षेत्रों के जो आंकड़े जारी किए हैं… हमें सिर्फ़ एक विधानसभा के आंकड़े जुटाने में छह महीने लग गए। उन्हें इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची कहां से मिली? इससे पता चलता है कि भाजपा नेता की निर्वाचन आयोग के साथ अंदर की मिलीभगत है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम यह भी बताना चाहते हैं कि उन्होंने आज जो (दस्तावेज) जारी किया है, वह एक अपराध का सबूत है। हम मांग करते हैं कि ये सबूत हमें 24 घंटे के भीतर सौंपे जाएं ताकि हम जांच आगे बढ़ा सकें। हम वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची भी चाहते हैं, जहां प्रधानमंत्री बहुत कम अंतर से जीते थे, ताकि लोगों को पता चल सके कि प्रधानमंत्री सचमुच जीते थे या नहीं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2024 का पूरा लोकसभा चुनाव ‘‘ऐसी ही फ़र्ज़ी मतदाता सूचियों’’ पर लड़ा गया था।
खेड़ा ने कहा, ‘‘उनके (भाजपा) के कृत्य से यह साबित होता है कि चुनाव फ़र्ज़ी मतदाता सूची पर हुआ था। हम मांग करते हैं कि लोकसभा चुनाव को रद्द माना जाए।’’
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अविनाश