शिमला, 13 अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और अचानक बाढ़ आने की ताजा घटनाओं के बाद शिमला और लाहौल एवं स्पीति जिलों में कई पुल बह गए जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 300 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है।
अधिकारियों ने बताया कि गानवी घाटी में ताजा बाढ़ में एक पुलिस चौकी बह गई, जबकि शिमला जिले में भारी बारिश के बाद एक बस स्टैंड और आसपास की दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। उन्होंने बताया कि इन घटनाओं में दो पुल बह गए, जिससे जिले की कूट और क्याव पंचायतों का संपर्क कट गया है।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि अबतक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने बतया कि जनजातीय लाहौल और स्पीति जिले की मयाड घाटी के करपट, चांगुत और उदगोस नाला में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण दो और पुल बह गए।
अधिकारियों ने बताया कि करपट गांव पर खतरा होने के मद्देनजर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
स्थानीय निवासी रंजीत लाहौली ने बताया कि करीब दस बीघा कृषि भूमि पूरी तरह से बर्बाद हो गई है और जिला प्रशासन राहत कार्य कर रहा है।
कुल्लू ज़िले के कुर्पन खड्ड (जाओं) में भी बाढ़ की खबर है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को कुर्पन खड्ड और बागीपुल-निरमंड के आसपास के इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 325 सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के मुताबिक बुधवार सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए बंद की गई सड़कों में औट-सैंज सड़क, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-305 का हिस्सा है, और खाब से ग्रामफू (राष्ट्रीय राजमार्ग-505) तक की सड़क भी शामिल है।
उसने बताया कि बंद की गई सड़कों में से 179 सड़कें मंडी जिले में और 71 निकटवर्ती कुल्लू जिले की हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की सुबह टॉलैंड के निकट सर्कुलर (कार्ट रोड) पर एक पेड़ गिर जाने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों और बस के जरिये कार्यालय जाने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा और उन्हें अपने गंतव्य तक पैदल ही जाना पड़ा।
स्थानीय मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को राज्य के तीन जिलों चंबा, कांगड़ा और मंडी में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। विभाग ने शुक्रवार से रविवार तक के लिए चार से छह जिलों के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक बलद्वाड़ा में 31 मिमी बारिश हुई, इसके बाद कसौली में 23 मिमी, नैनी देवी में 18.2 मिमी, सराहन में 15 मिमी, बग्गी में 14.6 मिमी, करसोग में 13.2 मिमी, बजौरा में 10.5 मिमी और जोत में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य को 2031 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 126 लोगों की जान गई है जबकि 36 अब भी लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून के दौरान अब तक 63 अचानक बाढ़ की घटनाएं, 31 बादल फटने और 57 बड़े भूस्खलन हुए हैं।
भाषा धीरज माधव
माधव