भद्रक, 13 अगस्त (भाषा) ओडिशा पुलिस ने एक नाबालिग लड़की के अपहरण मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बुधवार को एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज राउत ने धामनगर पुलिस थाने के एएसआई को निलंबित करने का आदेश दिया, क्योंकि वह ‘‘लगभग दो महीने तक पीड़िता या आरोपी का पता लगाने में विफल रहे।’’
पुलिस ने बताया कि 17 जून को 22 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर धामनगर क्षेत्र के कंकारा गांव से एक स्कूली छात्रा का कथित तौर पर अपहरण कर लिया था।
उसकी मां ने उसी दिन प्राथमिकी दर्ज कराई और एएसआई को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हालांकि, 55 दिन तक कोई सफलता नहीं मिली। आखिरकार 11 अगस्त को धामनगर पुलिस के एक विशेष दस्ते ने देर रात के अभियान के दौरान क्योंझर जिले में किराये के एक मकान से पीड़िता को बचाया।’’
देरी से निराश होकर लड़की के परिवार ने उड़ीसा उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। अदालत ने धामनगर आईआईसी और जांच अधिकारी दोनों को 11 अगस्त को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए बुलाया था और देरी और जांच की प्रगति के बारे में स्पष्टीकरण मांगा था।
अदालत के हस्तक्षेप के बाद राउत ने कर्तव्य में लापरवाही का हवाला देते हुए एएसआई को निलंबित करने का आदेश जारी किया।
बचाई गई नाबालिग को चिकित्सा जांच के बाद देखभाल और परामर्श के लिए भद्रक आश्रय गृह में रखा गया है।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव