लखनऊ, 13 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण अगले 48 घंटे में पूरे प्रदेश में मानसून की गतिविधियां और तेज होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण ‘मानसून ट्रफ’ (द्रोणिका) का पूर्वी छोर दक्षिण की ओर खिसक गया है जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने राज्य के उत्तरी भाग के बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। हालांकि 15 अगस्त से वर्षा की तीव्रता और व्यापकता में कमी आने की संभावना है।
विभाग ने बुधवार और बृहस्पतिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों और राज्य के पूर्वी भाग के कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की है तथा कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली कड़कने के भी आसार हैं।
प्रदेश में बुधवार को हुई बारिश ने गर्मी से कुछ राहत दिलाई। राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान 0.2 मिलीमीटर बारिश भी हुई। राज्य में सबसे ज़्यादा 14.4 मिलीमीटर बारिश आगरा में हुई। इसके अलावा उरई में 12.4 मिलीमीटर, वाराणसी में 10.2 और बस्ती में 10 मिलीमीटर बारिश हुई।
इस मानसून सत्र में उत्तर प्रदेश में 12 अगस्त तक 496.2 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो सामान्य 459.3 मिलीमीटर से आठ फीसदी अधिक है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में 468.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है जो सामान्य से चार प्रतिशत कम है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में 536.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो मौसमी औसत से 28 फीसदी अधिक है।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में 21 जिलों की 41 तहसीलें बाढ़ से ग्रस्त हैं, जिससे लगभग एक लाख 86 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए 1100 से अधिक बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं।
भाषा सलीम नोमान
नोमान