ईटानगर, 14 अगस्त (भाषा) इटानगर पुलिस ने अंतरराज्यीय कार चोरी गिरोह के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत अब तक चोरी के 73 वाहन बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ताजा कार्रवाई में चार अपराधियों समेत पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिसे अधिकारी भारत के सबसे संगठित लग्जरी कार रैकेट के ख़िलाफ़ एक निर्णायक कार्रवाई बता रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि उनके कब्जे से कुल 16 कारें जब्त कर ली गई हैं।
यहां एक अधिकारी ने दावा किया कि यह नवीनतम बरामदगी 28 जुलाई को 30.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के उच्च-स्तरीय 57 वाहनों की जब्ती के बाद हुई है, जो चोरी किए गए वाहनों के मामले में देश भर के किसी भी थाने में एक बार में की गई सबसे बड़ी जब्ती है।
यह अभियान दो जुलाई को शुरू हुआ था, जिसके तहत दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में हुई चोरी की घटनाओं से जुड़े लक्जरी वाहनों की बरामदगी की गई।
इटानगर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) केंगो दिर्ची ने बताया कि राजधानी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जुम्मार बसर द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच का नेतृत्व कर रहा है।
यह गिरोह मुख्य रूप से दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) और पड़ोसी राज्यों से महंगी कारों को निशाना बनाता था। चोरी करने के बाद, गाड़ियों को दलालों को सौंप दिया जाता था, जो इंजन और चेसिस नंबरों में छेड़छाड़ करते थे। इसके साथ पंजीकरण के जाली दस्तावेज बनाते थे और पकड़े जाने से बचने के लिए उन्हें मूल अपराध स्थल से दूर अरुणाचल प्रदेश ले जाने का इंतज़ाम करते थे।
पुलिस ने संदिग्ध चोरी के वाहन जिनके पास पाए गए उन व्यक्तियों को नोटिस जारी किए हैं और देश भर के सभी थानाध्यक्षों को वायरलेस संदेश भेजे हैं, जिसमें उनसे अनुरोध किया गया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में गुम या चोरी हुए वाहनों के रिकॉर्ड के आधार पर बरामद वाहनों की जांच करें।
दिर्ची ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि ये वाहन उनके सही मालिकों को वापस मिल जाएं।’’
भाषा यासिर माधव
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