अलीगढ़ (उप्र), 14 अगस्त (भाषा) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की अकादमिक परिषद ने शुल्क में बढ़ोत्तरी के मुद्दे पर परिसर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच अपने पाठ्यक्रमों को जारी रखने वाले विद्यार्थियों के लिए मौजूदा शुल्क वृद्धि को अधिकतम 20 प्रतिशत तक सीमित करने का फैसला लिया है।
एएमयू के एक बयान के मुताबिक अकादमिक परिषद ने नए प्रवेश लेने वाले और मौजूदा विद्यार्थियों दोनों ही के लिए शुल्क वृद्धि को लेकर पहले लिये गये निर्णय की समीक्षा के मकसद से कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून की अध्यक्षता में एक विशेष ऑनलाइन बैठक आयोजित की।
एएमयू के प्रवक्ता उमर पीरजादा ने बताया कि परिषद ने सर्वसम्मति से उन सिफारिशों को मंजूरी दी है जो यह सुनिश्चित करती हैं कि अपने पाठ्यक्रम जारी रखने वाले विद्यार्थियों के लिए संशोधित शुल्क संरचना पिछले सत्र की दरों से 20 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी।
उन्होंने कहा,‘‘अचानक पड़ने वाले वित्तीय बोझ को कम करने के लिए यह वृद्धि चरणों में लागू की जाएगी।’’
पीरजादा ने बताया कि परिषद ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के विद्यार्थियों के लिए किश्तों की सुविधा और रियायतों सहित विशेष सहायता उपायों की भी सिफारिश की।
उन्होंने बताया कि वित्तीय दबावों को कम करने के लिए विश्वविद्यालय राजस्व अर्जन के वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करेगा जिनमें पूर्व छात्रों का योगदान, प्रायोजित शोध परियोजनाएं, राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए सप्ताहांत में बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल आदि शामिल हैं।
कुलपति कार्यालय ने एक ज्ञापन भी जारी किया जिसमें कहा गया है कि विद्यार्थियों के अनुरोध पर जल्द ही एक अनुशासन समिति की बैठक बुलाई जाएगी। ज्ञापन में पुष्टि की गई कि एएमयू छात्र संघ के चुनाव लिंगदोह समिति के दिशानिर्देशों के अनुसार उचित समय पर कराये जाएंगे।
भाषा सं. सलीम राजकुमार
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