नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ‘‘विशिष्ट बहादुरी’’ और ‘‘अद्वितीय साहस’’ का प्रदर्शन करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 18 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। इनमें से दो जवानों को मरणोपरांत वीर चक्र से नवाजा गया है।
युद्ध में वीरता के लिए परमवीर चक्र और कीर्ति चक्र के बाद वीर चक्र तीसरा सर्वोच्च सम्मान है। बीएसएफ के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज और कांस्टेबल दीपक चिंगखम को वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
केंद्र सरकार ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर उन सैनिकों के लिए वीरता पदक की घोषणा की, जिनमें से कुछ ने दुश्मन के निगरानी कैमरे नष्ट कर दिए, जबकि अन्य ने ड्रोन हमलों को निष्प्रभावी कर दिया।
अर्धसैनिक बल बीएसएफ देश के पश्चिमी हिस्से में भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा करने का दायित्व निभा रहा है।
बीएसएफ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस स्वतंत्रता दिवस पर 16 बहादुर सीमा प्रहरियों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान उनकी विशिष्ट बहादुरी और अद्वितीय साहस के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है।’’
उसने कहा, ‘‘पदक भारत की पहली रक्षा पंक्ति : सीमा सुरक्षा बल में व्यक्त राष्ट्र के विश्वास और भरोसे का प्रमाण हैं।’’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में सात से 10 मई तक पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
भाषा शफीक पारुल
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