(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी शुक्रवार को ‘हाई अलर्ट’ पर है और यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ऊंची इमारतों पर ‘स्नाइपर’ तैनात किए गए हैं, शहर भर में कैमरे लगाए गए हैं तथा 14,000 से अधिक सुरक्षा एवं यातायात पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया है और सुरक्षा को कई स्तर पर पुख्ता किया गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास के क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों, ‘ड्रोन डिटेक्शन’ प्रणाली और चेहरे की पहचान करने वाले कैमरों एवं एएनपीआर (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) कैमरों की मदद ली जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि लाल किले के पांच पार्किंग क्षेत्रों में वाहनों के नीचे विस्फोटक, हथियार या प्रतिबंधित सामान की जांच के लिए पहली बार ‘अंडर-व्हीकल सर्विलांस सिस्टम’ (यूवीएसएस) तैनात किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यह प्रौद्योगिकी खतरों या विसंगतियों का पता लगाने के लिए कैमरे और स्कैनर का उपयोग करती है, जिससे चौकियों और संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा मजबूत होती है।
अधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त को लाल किले में प्रवेश केवल निमंत्रण पत्र के माध्यम से ही दिया जाएगा तथा केवल चिह्नित वाहनों को ही इसके आसपास जाने की अनुमति होगी।
अधिकारी ने बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए ‘हेडकाउंट’ कैमरे और लावारिस या संदिग्ध वस्तुओं को चिह्नित करने के लिए भी उपकरण लगाए गए हैं तथा घुसपैठ का पता लगाने वाले कैमरे प्रतिबंधित क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि लाल किले के पास ऊंची इमारतों की सुरक्षा के लिए ‘स्नाइपर’ और छतों पर निगरानी दल तैनात किए गए हैं जबकि निर्दिष्ट प्रतिबंधित क्षेत्रों में आवाजाही को प्रवेश नियंत्रण तंत्र से नियंत्रित किया गया है।
इस बीच, सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस अड्डों हवाई अड्डे और मेट्रो स्टेशन पर चौबीसों घंटे निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की जांच, सामान की जांच और पहचान पत्र का औचक सत्यापन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पुख्ता करने के साथ जल उपचार संयंत्रों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के उत्तरी और मध्य जिलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त एस बी के सिंह ने ड्रोन रोधी तंत्र की निगरानी के लिए डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) स्तर के एक अधिकारी को नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि यमुना नदी पर निगरानी बढ़ा दी गई है और नदी में ‘स्पीड बोट’ तैनात की गई हैं।
सिंह ने बुधवार को अधिकारियों को व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिए और यह सुनिश्चित करने को कहा कि लाल किले के आसपास के क्षेत्रों में पक्षियों को दाना खिलाने की कोई जगह न हो।
अधिकारियों को सतर्क रहने और सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने के निर्देश भी दिए गए है। यातायात कर्मियों को प्रतिबंधों का पालन कराने और वाहनों की सुचारू आवाजाही बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
अधिकारी ने कहा,‘‘साइबर इकाइयों द्वारा सोशल मीडिया मंच पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि शांति भंग करने वाले किसी भी संभावित ऑनलाइन खतरे या गलत सूचना अभियान का पता लगाया जा सके और उसे बेअसर किया जा सके।’’
पुलिस ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस सप्ताह के लिए अर्धसैनिक बलों और विशेष कमांडो सहित 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों और 3,000 यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय के जरिए तोड़फोड़-रोधी जांच, वाहनों के लिए अवरोधक और सत्यापन अभियान तेज किए गए हैं।
सभी जिला पुलिस इकाइयों को बाजारों, मेट्रो स्टेशन, बस अड्डों और अन्य सार्वजनिक सभा स्थलों पर पैदल गश्त करने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर रहकर सुरक्षा व्यवस्था की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है।
भाषा सिम्मी मनीषा
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