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Saturday, August 16, 2025

उप्र : आदित्यनाथ ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारत के वीरों को नमन किया

Newsउप्र : आदित्यनाथ ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारत के वीरों को नमन किया

लखनऊ, 15 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल भारत के वीरों को शुक्रवार को नमन किया और कहा कि जब सैनिक देश की सीमाओं पर सतर्क रहता है, तब देश उन सुनहरे सपनों को साकार कर पाता है जिन पर आज एक सशक्त भारत का निर्माण हो रहा है।

आदित्यनाथ ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराने के बाद उत्तर प्रदेश विधान भवन के बाहर राजधानी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से, दुनिया ने भारत की ‘सामर्थ्य’ और ‘शक्ति’ के सफल क्रियान्वयन को देखा है।’

उन्होंने कहा, ‘इस अवसर पर, मैं उन सभी वीर जवानों को नमन करता हूँ, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दुश्मन को धूल चटाई और भारत की एकता और अखंडता को सुरक्षित रखा।’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘जब हमारा सैनिक देश की सीमाओं पर सजग रहता है, तब हम चैन की नींद सो पाते हैं और देश उन सुनहरे सपनों को साकार कर पाता है जिन पर आज एक सशक्त भारत का निर्माण हो रहा है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘लखनऊ में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइलों और ‘मेड इन इंडिया’ ड्रोन ने वैश्विक स्तर पर भारत की क्षमताओं को स्थापित किया है।’

स्वदेशी मॉडल और मेक इन इंडिया पहल की ताकत पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल की गई मेड इन इंडिया मिसाइलों और ड्रोन ने न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं को साबित किया बल्कि वैश्विक स्तर पर स्वदेशी तकनीक की शक्ति का भी प्रदर्शन किया।’

इस अवसर पर आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इससे पहले उन्होंने लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को बधाई दी और स्वतंत्रता संग्राम के उन महान नायकों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने देश को सैकड़ों वर्षों की गुलामी से मुक्ति दिलाई।

उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्रता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और असंख्य क्रांतिकारियों के त्याग, बलिदान और संघर्षों का परिणाम है, जिन्होंने उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक देश को एकजुट कर आजादी की लड़ाई लड़ी।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारत के संविधान के शिल्पी बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और अन्य स्वाधीनता सेनानियों को नमन किया।

आदित्यनाथ ने कहा ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ‘विकसित भारत’ के संकल्प की ओर तेजी से अग्रसर है। भारत के संविधान ने अपने अमृत काल में प्रवेश किया है। हमारे संविधान ने सम और विषम परिस्थितियों में पूरे देश को एकता के सूत्र में बांध करके देश के अंदर सामाजिक न्याय, बंधुता और समता के संकल्पों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को आगे बढ़ाने, उनकी ब्रांडिंग करने, उन्हें मार्केट से लिंक करने, उनको नई डिजाइन और नई तकनीक व पैकेजिंग के साथ न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश और दुनिया के मार्केट तक पहुंचाने के लिए जो कार्यक्रम चला वह प्रधानमंत्री के ‘‘वोकल फॉर लोकल’’ के अभियान को एक नई ऊंचाई प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि स्वदेशी को जीवन का हिस्सा बनाना देश के स्वाधीनता दिवस का एक संकल्प बनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को अपनाने से देश का धन देश में रहेगा, जिससे कारीगरों, हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की आठ वर्ष की उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा कि 2017 से पहले राज्य में अराजकता, दंगे और असुरक्षा का माहौल था। बेटियां, व्यापारी और आम नागरिक सुरक्षित नहीं थे।

आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने सुरक्षा का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है, राज्य अब दंगा मुक्त है और सुशासन का प्रतीक बन चुका है। ।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के बावजूद, उत्तर प्रदेश ने राष्ट्रीय विकास दर से बेहतर प्रदर्शन किया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश जमीनी स्तर पर उतरे, जिससे लाखों युवाओं को रोजगार मिला। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में 8.30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां और 1 करोड़ 62 लाख युवाओं को एमएसएमई सेक्टर में रोजगार प्रदान किया गया।

एक बयान के मुताबिक उन्होंने बताया कि 1996-2017 तक जितना गन्ना भुगतान हुआ, उससे अधिक 2,86,000 करोड़ रुपये पिछले आठ वर्षों में किसानों के खातों में पहुंचे। भाषा जफर अरूनव पवनेश नरेश

नरेश

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