नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माता और नवीकरणीय ऊर्जा समाधान कंपनी गोल्डी सोलर ने गुजरात के डांग जिले में एक आदिवासी गांव को पूरी तरह से सौर बिजली से रोशन कर दिया है। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी है।
गोल्डी सोलर ने कहा कि उसने चिखलदा गांव को गोद लेकर इसे पूरी तरह ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाया है। इस पहल के तहत गांव के हर घर, स्कूल, सार्वजनिक जगह और पानी की सुविधाओं को 24 घंटे हरित बिजली मिल रही है। यह बिजली गांव के लोगों को मुफ्त उपलब्ध करायी गयी है।
बयान के मुताबिक, चिखलदा गांव ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण का जीवंत उदाहरण है। यह पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से जुड़ा है, जिनका उद्देश्य स्वच्छ बिजली को हर किसी तक पहुंचाना और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना है।
कंपनी ने कहा, ‘‘परियोजना के तहत अत्याधुनिक एआई (कृत्रिम मेधा) तकनीक से बने हमारे उच्च-गुणवत्ता वाले सौर मॉड्यूल लगाए गए हैं। इससे पूरे गांव में टिकाऊ, भरोसेमंद और मुफ्त बिजली मिल रही है।’’
गोल्डी सोलर देश की प्रमुख सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माता और नवीकरणीय ऊर्जा समाधान कंपनी है। कंपनी की वर्तमान क्षमता 14.7 गीगावाट है।
भाषा रमण
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