(जेहरा शफी)
श्रीनगर, 15 अगस्त (भाषा) देशभक्ति और दृढ़ता का एक हृदयस्पर्शी प्रदर्शन करते हुए दो स्कूलों के दिव्यांग विद्यार्थियों ने यहां शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान को प्रस्तुत किया जो अपनी तरह का पहला आयोजन था।
अभिनंदन होम स्कूल, रामबाग और वॉलंटरी मेडिकल सोसाइटी, बेमिना के विद्यार्थी स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू-कश्मीर के अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के लिए श्री प्रताप संग्रहालय में एकत्र हुए।
इस समारोह में भाग लेने वाले कुछ छात्र मूक और श्रवण बाधित थे, जबकि कुछ दृष्टिबाधित थे।
अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के निदेशक के के सिद्धा ने कहा कि ये दिव्यांग छात्र उन लोगों के जीवंत उदाहरण हैं जिन्होंने न केवल अपनी बाधाओं को पार किया बल्कि समाज में अपनी पहचान भी बनाई।
अभिनंदन होम स्कूल एक सरकारी संस्थान है जो दिव्यांग विद्यार्थियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। श्रीनगर में स्थित यह स्कूल पूरे क्षेत्र में अपनी तरह का एकमात्र सरकारी संस्थान है, जो 120 दिव्यांग विद्यार्थियों को एक लाभकारी वातावरण प्रदान करता है।
भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई), नयी दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त विशेष शिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को राष्ट्रगान समारोह में भाग लेने के लिए भारतीय सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण दिया गया।
अभिनंदन होम स्कूल के प्रधानाचार्य मुदस्सिर सोफी ने बताया कि विद्यार्थी भारतीय सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान को प्रस्तुत करने का अभ्यास कर रहे थे, जिससे उनकी प्रतिभा और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है।
भाषा संतोष माधव
माधव