इंदौर (मप्र), 15 अगस्त (भाषा) मेघालय में हनीमून के दौरान जान से मार डाले गए ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के इंदौर स्थित घर पहुंचे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के फर्जी थाना प्रभारी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
शहर के राजेंद्र नगर थाने के प्रभारी नीरज बिरथरे ने बताया कि आरोपी की पहचान बजरंगलाल जाट (45) के रूप में हुई है और वह राजस्थान के चूरू जिले का रहने वाला है।
बिरथरे ने बताया कि जाट, आरपीएफ के थाना प्रभारी की वर्दी पहन कर रघुवंशी के परिजनों से मिलने बृहस्पतिवार शाम उनके घर पहुंचा था और संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को उसके बारे में सूचना दी थी।
उन्होंने बताया,‘‘हमें जांच में पता चला है कि जाट आरपीएफ में आरक्षक के रूप में तैनात था और चार-पांच साल पहले कुछ अनियमितताओं के चलते उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।’’
थाना प्रभारी के मुताबिक जाट का दावा है कि रघुवंशी से उसका परिचय करीब 10 साल पहले उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन के दौरान हुआ था।
उन्होंने बताया,‘‘जाट का कहना है कि उसे जब रघुवंशी की हत्या के बारे में पता चला, तो वह उनके परिजनों से मिलने चूरू से इंदौर चला आया। हमें पता चला है कि बर्खास्तगी के बाद से परेशान चल रहा जाट आरपीएफ के थाना प्रभारी की वर्दी पहन कर अक्सर यहां-वहां घूमता रहता है।’’
बिरथरे ने बताया कि आरपीएफ के बर्खास्त आरक्षक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 205 (धोखाधड़ी के इरादे से पुलिस की वर्दी पहनना) और अन्य संबद्ध कानूनी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है जिसकी विस्तृत जांच जारी है।
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मेघालय में हनीमून के दौरान 23 मई को लापता हो गए थे। उनका क्षत-विक्षत शव पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र (जिसे चेरापूंजी भी कहा जाता है) में एक झरने के पास गहरी खाई में दो जून को मिला था।
राजा रघुवंशी हत्याकांड में उनकी पत्नी सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
भाषा हर्ष
राजकुमार
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