मुंबई, 17 अगस्त (भाषा) महिंद्रा समूह समर्थित क्लासिक लीजेंड्स अगले एक से डेढ़ साल में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध हो सकती है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अनुपम थरेजा ने कहा है कि क्लासिक लीजेंड्स की सूचीबद्धता वास्तविकता है और यह 12 से 18 माह में संभव हो सकता है।
कंपनी येज्दी, जावा और बीएसए जैसे चर्चित ब्रांड बनाती है।
थरेजा ने बताया कि कंपनी का ब्रिटेन में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) के लिए एक अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। कंपनी का यह संयंत्र अपनी मोटरसाइकिल के साथ तैयार है, लेकिन इसे तभी उतारा जाएगा जब बाजार इसके लिए तैयार होगा, खासकर चार्जिंग ढांचे के मामले में। इस संयंत्र को ब्रिटिश सरकार का समर्थन है।
यह पूछे जाने पर कि क्या क्लासिक लीजेंड्स की सार्वजनिक सूचीबद्धता दूर की बात है, थरेजा ने कहा, ‘‘बिल्कुल नहीं। वास्तव में, आपको खुशी और हैरानी होगा कि हमने अभी शेयर विकल्प दिए हैं… इस कंपनी में हमारे निवेशक भी हैं। इसलिए सूचीबद्धता एक वास्तविकता है, और इसका शेयरधारक के लिए मूल्य निकालने से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक वैश्विक कंपनी है जिसे हम बना रहे हैं।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि कंपनी ने बीएसए ब्रांड को पहले ब्रिटेन और फिर भारत में उतारने फैसला किया, उन्होंने कहा, ‘‘यह साहस है, यह हमारा विश्वास है… दुनिया को एक विश्वसनीय मध्यम-बाजार मोटरसाइकिल ब्रांड की ज़रूरत है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘… हमें भविष्य में पूंजी की जरूरत होगी, लेकिन क्या हमें एक सूचीबद्ध कंपनी होना चाहिए? 100 प्रतिशत, और वैसे यह दूर की बात नहीं है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या अगले 12-18 माह में सूचीबद्धता हो सकती है, थरेजा ने कहा, ‘‘मुझे पूंजी जुटाने की कोई खास जरूरत नहीं है। हमारे पास 875 करोड़ रुपये की पूंजी है। इसलिए, मैं इसे सिर्फ पैसे के लिए नहीं करूंगा, लेकिन क्या यह 12 से 18 महीनों में होगा? क्यों नहीं, बिल्कुल।’’
भाषा अजय अजय
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